लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 88 सीटों के लिए शुक्रवार शाम छह बजे तक 68.49% मतदान हुआ। सात राज्यों में मतदान 70% से अधिक रहा। त्रिपुरा में सर्वाधिक 79.66% मतदान हुआ। राजस्थान को छोड़कर हिंदी बेल्ट में मतदान को लेकर उत्साह नजर नहीं आया। असम व प. बंगाल में कुछ जगह ईवीएम में खराबी और फर्जी मतदान की शिकायतें मिलीं। वहीं, कर्नाटक में दो गुटों की झड़प में एक ईवीएम तोड़ दी गई। कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। छत्तीसगढ़ के 46 गांवों के मतदाताओं ने पहली बार मतदान किया। भीषण गर्मी के बीच सुबह सात बजे से शुरू हुए मतदान को लेकर पूर्वोत्तर में उत्साह दिखा। त्रिपुरा में सर्वाधिक 79.66% लोगों ने मताधिकार का उपयोग किया। वहीं मणिपुर में 78.78% और असम में 77.35% वोटिंग हुई। छत्तीसगढ़ में 75.16%, कर्नाटक में 68.47%, केरल में 70.21%, बिहार में 57.81%, मध्य प्रदेश में 58.26%, महाराष्ट्र में 59.63%, राजस्थान में 64.07% और प. बंगाल में 73.78% मतदान हुआ। चुनाव आयोग की ओर से अंतिम आंकड़े जारी होने पर इनमें कुछ बदलाव संभव है। छत्तीसगढ़ के बस्तर व कांकेर के 46 गांवों के मतदाताओं ने पहली बार मतदान किया। इसके लिए इनके गांवों में ही 102 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन मतदान केंद्रों पर कमजोर जनजातीय समूह, बुजुर्ग मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाएं मुहैया कराई गईं।
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के बेलथांगडी तालुक के गांव बंजारुमले में 100 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 111 है। भीषण गर्मी के बावजूद आदिवासी और वनवासी किसानों ने आठ किमी दूर बनाए गए मतदान केंद्र पर जाकर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।दूसरे चरण के मतदान के साथ ही केरल, राजस्थान व त्रिपुरा समेत 13 राज्यों में मतदान की प्रक्रिया खत्म हो गई है। इस चरण में केरल की सभी 20, राजस्थान की 13 व त्रिपुरा की एक सीट पर मतदान हुआ। पहले चरण में राजस्थान की 25 में से 12 और त्रिपुरा की 2 में से एक सीट पर मतदान हुआ था। इन राज्यों के अलावा पहले चरण में ही तमिलनाडु (39 सीटों), उत्तराखंड (5), अरुणाचल (2) मेघालय (2), अंडमान और निकोबार (1), मिजोरम (1), नगालैंड (1), पुडुचेरी (1), सिक्किम (1) और लक्षद्वीप (1 सीट) में मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई थी। त्रिपुरा के ब्रू मतदाताओं के लिए आम चुनाव एक अलग खुशी लेकर आया। इन मतदाताओं ने पहली बार लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। गोमती जिले के तीर्थमुख क्षेत्र के गोएनांग पारा मतदान केंद्र पर सैकड़ों ब्रू मतदाताओं ने लोकतंत्र के महापर्व में भागीदारी कर खुशी जताई। इससे पहले ब्रू वोटर्स ने पिछले साल मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में मतदान किया था। ब्रू प्रवासी 2020 तक उत्तरी त्रिपुरा जिले के छह राहत शिविरों में रहते थे। पर, अब उन्हें राज्यभर में 12 स्थानों पर स्थायी ठिकाना मिल गया है।