चंडीगढ़, 21 अक्टूबर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने आज सीधे तौर पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर संवैधानिक संस्थाओं का विरोध करने और लोकतंत्र का मजाक बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान की शपथ लेने वाली आम आदमी पार्टी लगातार संविधान और संविधानिक संस्थाओं का अपमान कर रही है। चुग ने कहा कि मुख्यमंत्री ने दो दिनों का विधानसभा सत्र बुलाकर और पहले ही दिन कुछ घंटों के भीतर बिना पूर्ण चर्चा के इसे समाप्त करके केवल समय और संसाधनों की बर्बादी की है। पंजाब की मुद्दे पर कोई विशेष चर्च नहीं की जाती है।
चुघ ने कहा कि मुख्यमंत्री संवैधानिक मानदंडों का घोर उल्लंघन कर रहे हैं राज्यपाल प्रदेश के संवैधानिक मुखिया है उनके प्रति जवाबदेह होना सरकार की संविधानिक जिम्मेदारी है लेकिन राज्यपाल के सवालों का जवाब न देकर केवल मजाक किया जाता है। यह पंजाब के लोगों को बेवकूफ बनाने का प्रयास है। चुघ ने सवाल किया कि विधानसभा सत्र की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री को सुप्रीम कोर्ट जाने की तथाकथित समझ कैसे आ गई।
चुघ ने यह भी सुझाव दिया कि कांग्रेस और आप को पंजाब में सत्तारूढ़ गठबंधन के रूप में एक साथ रखा जाना चाहिए और विपक्ष के नेता प्रताप बाजवा को उनके पद से हटा दिया जाना चाहिए। विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की कुर्सियां भी सत्ता दल के सदस्यों के साथ लगनी चाहिए। क्योंकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का ऊपरी तौर पर समझौता हो चुका है। केवल दिखाने के लिए पंजाब में नूरा कुश्ती खेली जा रही है। उन्होंने कहा कि दोनों दलों ने कल सदन में लोकतंत्र का मजाक उड़ाया, जो एक गंभीर मामला था।