सरकाघाट। सीटू से सबंधित आंगनवाड़ी व्रकर्ज एंड हेल्पर्स यूनियन मंडी ज़िला कमेटी की बैठक रविवार को आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता यूनियन की प्रधान हमिन्द्री शर्मा ने की और सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉ कश्मीर सिंह ठाकुर ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह महासचिव राजेश शर्मा भी बैठक में शामिल हुए। डॉक्टर कश्मीर सिंह ने कहा कि सीटू से सबंधित यूनियन वर्ष 1990 से जब मानदेय अढ़ाई और सवा सौ रुपये मानदेय मिलता था तब से यूनियन संघर्ष कर रही है और आज साढ़े नो हज़ार रुपये तक पहुंचे हैं लेकिन अब कुछ सरकार के एजेंट वर्करों को ग़ुमराह कर रहे हैं और यूनियन को तोड़ने की साज़िश कर रहे हैं।
बैठक में निर्णय लिया गया कि हिमाचल सरकार ने हैल्परों को वर्कर के रूप में पद्दोन्नति देने के लिए आयु की सीमा 45 से घटा कर 35 वर्ष कर दी है जो सही नहीं है जबकि अन्य विभागों में ये आयु सीमा 45 वर्ष ही है।इसलिए यूनियन इसका विरोध करेगी जिसके लिए 26 नवंबर को शिमला में महाधरना आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा यूनियन सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के अनुरूप ग्रेयचुटी देने की भी मांग कर रही है लेकिन सरकार कोर्ट के फैसले को भी लागू नहीं कर रही है।यूनियन प्री नर्सरी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए सौ प्रतिशत काम आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्य्म से किया जाए। हरियाणा की तर्ज़ पर मानदेय और पेंशन तथा मध्यप्रदेश सरकार की तर्ज़ वर्करों के मासिक मानदेय में 1000रु और हैल्परों को 500रु बृद्धि की जाए। केंद्र सरकार के दिशा निर्देश अनुसार सेवानिवृति की आयु सीमा 65 वर्ष की जाए।
मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों को पूर्ण केंद्र का दर्जा दिया जाए और मानदेय भी बराबर दिया जाए। यूनियन की प्रधान हमिन्द्री शर्मा ने बताया कि इन सब मांगों को मनवाने के लिए सभी सर्कलों से 25 नवंबर को व्रकरें और हैल्परें शिमला में होने वाली रैली में भाग लेंगी। बैठक में फैसला लिया गया कि नवंबर माह में सभी सर्कलों में सदस्य्ता की जायेगी और दिसंबर और जनवरी माह में प्रोजेक्ट सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे और फ़रवरी माह में ज़िला सम्मेलन आयोजित किया जायेगी।आज की बैठक में हमिन्द्री शर्मा, सुदर्शना, अंतुला, अर्चना, कंचन, रेणु, सोनम, हरिप्रिया, लता, रुकमणी, रीना, सपना, पम्मी, गुड्डी, पूनम, निर्मला, कंचन सोनी, अंजुला, कांता, बिंद्रा, योगिन्द्रा आदि ने भाग लिया।