सरकाघाट। स्टॉफ की कमी और सुविधाओं का टोटा झेल रहे संधोल सिविल अस्पताल की बदहाली से क्षुब्ध सैंकड़ो महिलाओँ ने विश्राम गृह से लेकर लघु सचिवालय तक प्रदर्शन किया और नायब तहसीलदार संधोल के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर जल्द से जल्द अस्पताल में स्टॉफ मुहैया कराने की मांग की। संधोल क्षेत्र भर से इक्कठा हुए महिला मंडलो ने मांग की संधोल हस्पताल में अगले 15 दिन के भीतर अगर महिला विशेषज्ञ, ऑर्थो ओर अन्य विशेषज्ञ के साथ-साथ अल्ट्रासाउंड और x-ray आदि के सभी खाली पड़े भरे जाएं अन्यथा फिर इससे अधिक महिला मंडलो को इक्क्ठा कर सरकार के विरोध में आंदोलन करेंगी।
अस्पताल के बहाने ही सही लेकिन सरकार के ख़िलाफ़ इस बार जो महिलाओं ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया। उसे देख कर हर कोई हैरान था और सप्ताह भर में ही लामबन्दी हुई थी। लेकिन महिलाओं के आक्रोश को देख लग रहा है कि अगर हस्पताल की दशा न सुधरी तो दो दशक पहले हुए पुलों के लेकर आन्दोल जैसी स्तिथि खड़ी होगी। ज्ञात रहे कि इस हस्पताल को लेकर पहले ही क्षेत्र के समाजसेवी ने प्रदेश न्यायालय में याचिका डाली थी जिसमे सरकार को यंहा शीघ्र विशेषज्ञ भेजने के निर्देश भी दिए थे, लेकिन आज तक यंहा स्टाफ का टोटा बना ही रहा। कहने को ये पिछले 3 दशक से यहाँ ब्लॉक मेडिकल का कार्यलय भी है लेकिन न यहाँ पिछले अरसे भर से ये पद खाली पड़ा है और समन्धित कार्य भी अब धर्मपुर से शुरु हुए हैं। 3 माह पहले धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती के आदेश हुए थे लेकिन सब के सब धर्मपुर हस्पताल में ही उनकी तैनाती कर दी।
महिलाओं में इस दौरान गुस्सा इसलिए भी ज्यादा गुस्सा था कि पिछले 6 वर्षों में अब तक यंहा कभी कोई डिलीवरी भी नही हो पाई ऐसे में ये हस्पताल महज रैफर वाला हस्पताल बन गया है इधर पर्चियो के नाम पर लम्बी पर्चियां ही हाथ लगतीं हैं। इस सारे प्रदशन व महिला मंडलो की संयोजक पुनम ठाकुर ने बताया कि पिछले अरसे भर से वो हस्पताल के लिए स्थानीय लोग बराबर स्टाफ़ की मांग करतें रहें है लेकिन अभी तक महज आश्वासन की हाथ लगे लेकिन अब यंहा मूलभूत सुविधाओं से वंचित ओर भगवान भरोसे छोड़े गए दर्जन भर से ज्यादा पंचायतों के बाशिंदे अपने हकों की लड़ाई लडना जानतें हैं। इसलिए जब तक सरकार उनकी बात नही मानती तब तक महिलाओं को अब मोर्चा खोलना ही होगा। इस दौरान महिला मंडल संधोल, डयोढी, डयोढी 2, सोहर, कछाली, दतवाड, चेलबलही, संधोल, लसराणा सहित कई महिला मण्डलों ने भाग लिया।