दिल्ली में एक बार फिर कंझावला जैसा मामला देखने को मिला हैं। इस मामले में भी एक व्यक्ति का हाथ कार बेल्ट में फंसा रहा लेकिन फिर भी बदमाशों ने कार नहीं रोकी। दरअसल, दिल्ली पुलिस ने महिपालपुर इलाके में NH-8 पर टैक्सी को लूटने के बाद आरोपियों ने कार के चालक बिजेंदर को करीब एक किलोमीटर तक घसीटने की वारदात को 24 घंटे में सुलझाने का दावा करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं।
दिल्ली में महिपालपुर में कार चालाक को लूटने के बाद टैक्सी से चालक बिजेंदर को घसीट कर हत्या करने वाले दोनों आरोपी फिलहाल मेरठ में ही हैं। दिल्ली पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लेगी। जिसके बाद दिल्ली पुलिस दोनों आरोपियों को दिल्ली लेकर आएगी। दिल्ली पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोनों आरोपियों को दिल्ली लाकर कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। हालांकि, दिल्ली पुलिस अधिकारी फिलहाल दोनों आरोपियों से पूछताछ करने में लगे हुए हैं। आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि उन्हें पता था कि टैक्सी के साथ चालक घिसट रहा है उसके बावजूद आरोपियों ने टैक्सी को नहीं रोका।
दक्षिण पश्चिम जिला टीम और उत्तर प्रदेश पुलिस, मेरठ जिला टीम के संयुक्त अभियान में मेहराज सलमानी (33) और आसिफ (24) को मेरठ से बुधवार रात गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी बिजेंदर की टैक्सी में साकेत से सवारी बनकर बैठे थे। जिसके बाद दोनों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि चालक बिजेंदर शाह टैक्सी के साथ घिसट रहा है, उसका हाथ सीट बेल्ट में फंसा था। इसके बावजूद दोनों आरोपियों ने टैक्सी नहीं रोकी, बल्कि और तेज़ दौड़ाते गए। आरोपियों का कहना है कि पकड़े जाने के डर से हमने टैक्सी नहीं रोकी थी। दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त लॉ एण्ड ऑर्डर डा. सागरप्रीत हुड्डा ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से लूटी गई बिजेंदर की टैक्सी बरामद कर ली गई है।
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार वसंतकुंज, नार्थ थाना पुलिस को मंगलवार रात 11.37 बजे पीसीआर कॉल मिली थी कि NH-8 की सर्विस रोड पर एक अज्ञात पुरुष का शव पड़ा मिला था। प्रारंभिक जांच के दौरान मृतक की पहचान फरीदाबाद निवासी बिजेंदर (43) के रूप में हुई। जिसके बाद पुलिस दौरा हत्या का मामला दर्जकर जिला पुलिस उपायुक्त मनोज सी की देखरेख में SIT की टीम का गठन किया गया। SIT में स्पेशल स्टाफ प्रभारी इंस्पेक्टर पवन दहिया की देखरेख में एसआई अशोक ,स्पेशल स्टाफ, एसआई महेश ,एएटीएस, एसआई मनीष स्पेशल स्टाफ और एसआई जयवीर एबीसी आदि को शामिल किया गया।
एसआई अशोक की देखरेख में बनी पुलिस टीम को लीड मिली कि आरोपी मेरठ से हो सकते हैं। दिल्ली पुलिस ने मेरठ की पुलिस से सहायता मांगी। इंस्पेक्टर पवन दहिया व एसआई अशोक की टीम ने सीओ कोतवाली अमित राय, थानाध्यक्ष लिसाड़ी गेट जितेंद्र सिंह, एसआई पंकज शर्मा की सहायता से दोनों आरोपी मातावाली गली 2, लोहिया नगर, मेरठ निवासी मेहराज सलमानी पुत्र मेहबूब और शाहजहांपुर निवासी आसिफ पुत्र अनवर को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया।
दोनों आरोपियों ने कैसे दिया भयावक वारदात को अंजाम
दोनों आरोपी बिजेंदर की टैक्सी में सवारी बनकर सेलेक्ट सिटी मॉल, साकेत से IGI एयरपोर्ट के लिए बैठे थे। लेकिन, उन दोनों ने NH-8 पर बिजेंदर से टैक्सी रूकवा ली। फिर बिजेंदर को टैक्सी से नीचे धक्का दे दिया। मगर बिजेंदर का हाथ सीट बेल्ट में फंसा रह गया। दोनों आरोपी टैक्सी को लूटकर भागने लगे। आरोपियों ने खुलासा किया है कि उन्हें पता हैं कि चालक घिसट रहा था। लेकिन पकड़े जाने के डर से आरोपियों ने टैक्सी नहीं रोकी थी, क्यूंकि उन्हें पता था कि पीछे लोग वीडियो बना रहे हैं और उन्हें पकड़ सकते हैं। जिस दर के कारण उन कार नई रोकी बल्कि और तेज़ रफ़्तार में कार चालने लगे। इन्हें ये भी पता था कि चालक टैक्सी से गिर गया है।
आखिर कैसे पहुंची पुलिस आरोपी तक?
साल 2017 में महिपालपुर इलाके में इसी तरह की वारदात हुई थी। तब भी आरोपियों ने इसी तरह कार लूटी थी। ये आरोपी गिरफ्तार हुए थे। स्पेशल स्टाफ में तैनात एसआई अशोक कुमार को अचानक याद आया कि इस वारदात में मेरठ के वही बदमाश हो सकते है। इन बदमाशों को डोजियर खंगाला गया। इसके बाद आरोपियों को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया गया। मेहराज सलमानी के खिलाफ पहले से यूपी में चार व दिल्ली में दो अपराधिक मामले दर्ज हैं। आसिफ के खिलाफ यूपी में सात व दिल्ली में दो मामले दर्ज हैं। हालांकि, अब मामले के दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं और उन्हें दिल्ली लाकर कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर रखा जाएगा।