चंडीगढ़, 21 अक्तूबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को नूंह जिला के बड़कली चौक पर पहुंचकर 31 जुलाई को हुई हिंसा में प्रभावित लोगों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बड़कली चौक पर ही तेल मिल का निरीक्षण भी किया जिसे उपद्रवियों ने आग लगा दी थी। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 31 जुलाई को जो घटनाक्रम हुआ वह निंदनीय है। हर व्यक्ति इस बात की निंदा कर रहा है। ये घटना नहीं होनी चाहिए थी। फिर भी अगर इस तरह की कोई भी अप्रिय घटना होती है तो जिला प्रशासन व सरकार का दायित्व होता है कि ऐसे हालात में कानून व्यवस्था को तुरंत सामान्य किया जाए। सभी के प्रयास से हालात पूरी तरह से समान्य हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य को लेकर पीस कमेटी के साथ भी एक बैठक की गई थी, जिसमें सभी समाज के नागरिकों ने हिस्सा लिया था। सभी नागरिकों ने एक सुर में भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृति न होने देने का प्रण भी लिया है। उन्होंने कहा कि इस हिंसा में जो भी नुकसान हुआ है उसके लिए भी सरकार ने क्षतिपूर्ति पोर्टल पर आवेदन मांगे थे। जिनका मुआवजा अभी भी शेष है, उनका निर्णय भी जल्द कर लिया जाएगा। कुछ गाड़ियों के नुकसान की भरपाई अभी नहीं हो पाई है। इसमें इंश्योरेंस के मामलों की जांच की जा रही है। इसके बाद इस बारे में भी फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के नाते से लोगों की मांग के अनूरूप जिला के 3 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 18 गाँव की फिरनी की मंजूरी दी गई है। इस पर 15-16 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसके अलावा, इस इलाके में पुलिस चौकसी बढ़ाने को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं। पहले फ़िरोज़पुर झिरका में एक घौड़ा पुलिस चौकी होती थी, जिसे बंद कर दिया गया था। हमने इसे पुनः शुरू किया है। जिससे घौड़ा पुलिस की उपस्थिति वहां रहेगी, क्योंकि यह जंगल एरिया पहाड़ी इलाका है, जहां सामान्यतः पेट्रोलिंग होती नहीं है, अब घोड़ों पर पुलिस पेट्रोलिंग करके कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखा जाएगा।