सरकाघाट। प्रदेश कार्यकारणी के आहवान पर अनिश्चितकाल हड़ताल पर बैठे जिला परिषद कैडर कर्मचारी व अधिकारी वर्ग के समर्थन में पूर्व भाजपा महिला मोर्चा महासचिव एवं जिला परिषद सदस्य वंदना गुलेरिया भी उनके समर्थन में उतर आई है बल्कि इन कर्मचारियों के साथ हड़ताल में भी बैठ गई है इसके अलावा विभिन्न पंचायतों के प्रधान, बीडीसी सदस्य भी समर्थन में उतर आयें है। जिला परिषद सदस्य वंदना गुलेरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चुनावों से पहले यह बात कही थी कि सरकार बनते ही इनको विभाग में बदल दिया जाएगा तो अब सरकार बने हुए 10 महिने हो गए लेकिन अभी तक इनके बारे कुछ नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि जिला परिषद सदस्य के नाते वह अपना पूरा समर्थन करती है और इस लड़ाई में उनके साथ है। उन्होंने प्रदेश सरकार से भी आग्रह किया कि तुंरत इनकी मागं को गंभीरता से लेकर पूरा किया जाए अन्यथा इसके खिलाफ सड़कों पर उतरने से भी परहेज नहीं किया जाएगा। पिछले कल दो अक्तुबर की ग्रांम सभाओं का बहिष्कार करने के बाद अब प्रधानों ने जिला परिषद कैडर कर्मचारी व अधिकारी वर्ग का खुलकर समर्थन किया है और इस लड़ाई में उनका साथ देने की बात कही है। वहीं प्रधानों के प्रधान प्रताप सकलानी ने कहा कि धर्मपुर के सभी प्रधान इन कर्मचारियों का खुलकर समर्थन किया और कहा कि समस्त प्रधान जिला परिषद कर्मचारियों व अधिकारियों के साथ है। इस मौके पर प्रधान समौड़ प्रताप सकलानी, बहरी पूजा देवी, स्योह प्रीति ठाकुर, बिंगा तम्बों देवी, पिपली भराड़ी अंजना शर्मा, सधोट शारदा देवी, घरवासड़ा विट्टो देवी , भूर विपन कुमार, गद्दीधार सुनील कुमार, भदेहड़ रणजीत सिंह, देवगढ़ संजय कुमार, टौरखोला सरला ठाकुर, डरवाड़ की बीडीसी सदस्य चम्पा देवी आदी ने खुलकर समर्थन दिया है ।
पूर्व पार्षद भूपेंद्र सिंह ने हड़ताल का समर्थन किया।
ज़िला परिषद कैडर के तहत नियुक्त पंचायत सचिवों और तकनीकी सहायकों को पंचायती राज विभाग में समयोजित करने की मांग को लेकर जारी कलम छोड़ हड़ताल का पूर्व ज़िला पार्षद व राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड के सदस्य भूपेंद्र सिंह ने समर्थन किया है।उन्होंने हिमाचल किसान सभा के खंड अध्यक्ष रणताज राणा व अन्य पदाधिकारियों के साथ मंगलवार को धर्मपुर ब्लाक ऑफिस के बाहर जारी धरने में भाग लिया और उन्हें पूर्ण समर्थन और सहयोग देने का आश्वाशन दिया।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने इन कर्मचारियों को पांच साल धोखे में रखा औऱ इन्हें विभाग में समयोजित नहीं किया और वर्तमान में बनी कांग्रेस पार्टी ने चुनावों से पहले इन्हें विभागीय कर्मचारी बनाने का आश्वासन दिया था। लेकिन अब सरकार को बने दस महीने हो गए हैं और अब वे इस पर बात भी नहीं कर रहे हैं।जिसके कारण ये कर्मचारी कलमछोड़ हड़ताल करने के लिए मजबूर हुए हैं।उन्होंने कहा कि सरकार को जल्दी इनकी मांगो को पूरा करने का निर्णय लेना चाहिए और इन्हें विभागीय कर्मचारी बनाना चाहिए।