काजा। क़ाज़ा में शनिवार को राष्ट्रीय पोषण माह का समापन क़ाज़ा में हुआ। बाल विकास परियोजना अधिकारी लाहुल स्पीति ने बताया कि सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता विभाग महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में नायब तहसीलदार प्रेम चंद ने बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि नायब तहसीलदार ने दीप प्रज्जवलन के साथ किया। इसके साथ जिला मिशन कॉर्डिनेटर विजेता ने पोषण अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी रखी। उन्होंने कहा कि एक सिंतबर से पोषण माह शुरू किया गया था।
इस पोषण माह का भारत में बेहतर पोषण का बढ़ावा देना है। छह वर्ष तक के बच्चों, किशोरियों 14 से 18 वर्ष और गर्भवती एंव स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के कुपोषण की चुनौतीपूर्ण स्थिति का समाधान करना है। पोषण माह 2023 की थीम सुपोषित भारत, साक्षर, सशक्त भारत पर केंद्रित विषय के माध्यम से पूरे भारत बढ़ावा देना है। काजा पब्लिक स्कूल के यूकेजी के छात्रों ने नृत्य पेश किया। वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक सोनिका ने बताया कि महिलाएं अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों की शिकायत उक्त सेंटर में कर सकती है। सेंटर उन्हें हर सहायता मुहैया करवाता है। महिलाओं को डरने की आवश्यकता नहीं है। किसी का भी शोषण सहने की जरूरत महिलाओं को नहीं है। अत्याचार के खिलाफ मौन नहीं रहना चाहिए बल्कि आवाज उठाना चाहिए।
देशभर में सैंकड़ों वन स्टॉप सेंटर कार्य कर रहें है। काजा पब्लिक स्कूल के यूकेजी के छात्रों ने बॉलीबुड डांस प्रस्तुत किया। रंगरिक स्कूल की तेंजिन मुन्कित एकल गान, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला काजा की छात्राओं ने पोषण और बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओं पर नाटक का मंचन किया। लिदांग और पोह आंगनबाड़ी सर्किल की कार्यकताओं लोक नृत्य पेश करके खूब तालियां बटोरी। मुख्यातिथि नायब तहसीलदार प्रेम चंद ने कहा कि सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पोषण माह के तहत महिलाओं तक जानकारी पहुंचाने का अथक प्रयास किया है। स्वस्थ आहार और स्वस्थ जीवन ही जरूरी है। कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले सभी स्कूली छात्रों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विशेष तौर पर अहम भूमिका निभाई है। मुख्यातिथि ने सभी प्रतिभागियों का पुरस्कार देकर सम्मानित किया। सीडीपीओ कार्यालय के अजीत ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी का आभार जताया।