हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को सिरसा के रेडक्रोस भवन में बनने वाले नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र की जमीन का निरीक्षण किया और उपायुक्त पार्थ गुप्ता को आवश्यक निर्देश दिए कि नशा मुक्ति भवन का नक्शा इस प्रकार से तैयार किया जाए कि उस पुनर्वास केंद्र का भविष्य में आसानी से विस्तार किया जा सके।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को सिरसा के रेडक्रोस भवन में बनने वाले नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र की जमीन का निरीक्षण किया और उपायुक्त पार्थ गुप्ता को आवश्यक निर्देश दिए। इसके बाद सिरसा में बनाए जाने वाले मेडिकल कॉलेज की जमीन का निरीक्षण करते हुए कहा कि सिरसा बाबा सरसाई नाथ के नाम पर बसा हुआ है। इसलिए मुख्यमंत्री ने सिरसा में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का नाम बाबा सरसाई नाथ के नाम पर करने की घोषणा की हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के भवन निर्माण की मंजूरी सरकार द्वारा दी जा चुकी है और जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू भी कर दिया जाएगा। ताकि, आसपास के लोगों को और ज्यादा बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि राज्य के हर नागरिक को उचित स्वास्थ्य लाभ मिलें। इसके लिए आयुष्मान चिरायु योजना का विस्तार किया गया है। इसके बाद मुख्यमंत्री सिरसा के नशा मुक्ति सुधार गृह पहुंचे और सुधार गृह में भर्ती युवकों से मुलाक़ात की। मुख्यमंत्री ने मौक़े पर ही विशेषकर नशा मुक्ति को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने पुलिस अधीक्षक को निर्देश देते हुए कहा कि नशे के खिलाफ़ स्पेशल अभियान चलाकर दोषियों पर कानूनी कारवाई की जाए ताकि नशा को जड़मूल से खत्म किया जा सके। मुख्यमंत्री ने नशा मुक्ति सुधार गृह में भर्ती युवाओं से बातचीत करते हुए उन्हें समाज की मुख्यधारा में लौटने के बाद स्वावलंबी बनने की अपील की। उन्होंने उपायुक्त को निर्देश दिए कि नशा मुक्ति केंद्र से युवा स्वस्थ होकर ही निकलें। इसके लिए सकारात्मक एवं प्रभावी और कारगर प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ युवाओं का पंजीकरण कर उन्हें कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किया जाये। इसके अलावा ऐसे युवाओं को जिला प्रशासन द्वारा जिला स्तरीय पर सम्मानित किया जाए ताकि वे दूसरे युवाओं के लिये प्रेरणा स्रोत बन सकें। उन्होंने कहा कि स्टेट बॉर्डर पर नशा तस्करी को लेकर विशेष निगरानी रखी जाए ताकि कोई भी अवैध तस्कर बार्डर से प्रवेश न कर सके।