पिछले 32 वर्षों से लंबित पड़ी चिंतपूर्णी अमलैहड सड़क जिसका निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चला हुआ है यह सड़क पूर्व विधायक बलबीर चौधरी के अथक प्रयासों से न केवल इस सड़क के निर्माण में आ रही समस्याएं दूर हुई बल्कि इसका काम भी शुरू हुआ इस सड़क के बनने से जहां दो विधानसभा है गग्रेट और चिंतपूर्णी आपस में जुड़ेंगे तो वहीं चिँतपुरनी आने वाले श्रद्धालुओं को भी इसका लाभ मिलेगा अब यह सड़क पूरा होने के कगार पर है सड़क का एक हिस्सा पूरी तरह से बन चुका है जबकि आगे का थोड़ा सा हिस्सा जिसका निर्माण युद्ध स्तर पर चला हुआ है।
भाजपा कार्यकर्ता विकास भारद्वाज और अकिरत्न का कहना है कि वह भाजपा सरकार का तो धन्यवाद करते ही हैं क्योंकि भाजपा कार्यकाल में इस सड़क का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर शुरू हुआ था उसे समय के विधायक बलबीर सिंह चौधरी और गग्रेट विधानसभा के विधायक राजेश ठाकुर के प्रयासों से इस सब का निर्माण कार्य शुरू हुआ था और अब मौजूदा समय में विधायक सुदर्शन सिंह बबलू का भी धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने भी इस सड़क के निर्माण कार्य में अपना सहयोग देते हुए इसको जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया।
अब जहां यह सड़क बनाकर तैयार हो जाएगी तो वही प्रसिद्ध धार्मिक स्थल अमलैहड जोकि लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है वहां तक जाने में चिंतपूर्णी और यहां के आसपास के गांव के लोगों को आसानी रहेगी तो पंजाब गग्रेट दौलतपुर होशियारपुर डोलबे जँडौरी से आने वाले श्रद्धालुओं को चिंतपूर्णी पहुंचने में आसानी रहेंगे क्योंकि इस सड़क के निर्माण से पंजाब जाने वाले श्रद्धालुओं को लंबा सफर तय नहीं करना पड़ेगा क्योंकि चिंतपूर्णी से गगरेट की दूरी बाय दलबाड़ी मात्र 19 किलोमीटर है जबकि यही दूरी बाय मुबारकपुर 26 किलोमीटर है 7 किलोमीटर का फर्क बाय डलवादी सड़क से है और यह रास्ता खूबसूरत जंगल से होकर गुजरता है। इस सड़क के निर्माण कार्य का सारा खर्च मंदिर प्रशासन ने वहन किया है और दलबाडी गांव के समस्त लोगों ने मंदिर प्रशासन का भी धन्यवाद किया है क्योंकि यह सड़क से बनने का सबसे ज्यादा लाभ यहां के स्थानीय लोगों को होगा जोकि अपने रोजगार के लिए हर रोज जिला की ओर जाते हैं स्थानीय लोग इसी सड़क से होकर मुबारकपुर निकलते हैं और अपने गंतव्य की ओर जाते हैं।