मनाली। मनाली-लेह मार्ग 20 नवंबर को बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद पर्यटक व स्थानीय लोग इस मार्ग पर यात्रा नहीं कर पाएंगे। लाहुल-स्पीति के उपायुक्त ने मार्ग बंद करने की सूचना जारी की है। हिमपात व पानी जमने से मार्ग पर दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई थी। अब अगले साल मार्च के बाद ही बारालाचा, शिंकुला व कुंजुम दर्रे यातायात के लिए बहाल होंगे। प्रदेश में शनिवार को भी मौसम साफ है। धूप खिलने के बावजूद अधिकतम तापमान में बदलाव आने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान में गिरावट आ सकती है। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली लेह मार्ग सहित ग्राम्फु कुंजम काजा व दारचा शिंकुला जंस्कार कारगिल मार्ग आधिकारिक तौर पर 20 नवंबर से बन्द हो रहे हैं। अब अगले साल ही बारालाचा सहित शिंकुला व कुंजम दर्रे यातायात के लिए बहाल होंगे।
मनाली लेह मार्ग पर पर्यटक वाहनों की आवाजाही दशहरे के बाद ही बन्द हो गई थी लेकिन रसद लेकर ट्रकों को आवाजाही जारी थी। पिछले कुछ दिनों से दर्रों में तापमान माइनस के पार चला गया है। बर्फ व पानी जमने से सफर जोखिमभरा हो गया। पुलिस ने सरचू से अस्थाई चौकी हटा ली साथ ही अस्थाई ढाबे भी हट गए। अब इन मार्गों पर सफर करना बहुत ही जोखिम भरा हो गया। आपदा प्रवंधन लाहुल स्पीति ने हालत को देखते हुए इस मार्ग को सफर के लिए असुरक्षित पाया। सर्दियों का मौसम शुरु हो गया है जिसके चलते अब कभी भी दर्रों में भारी हिमपात हो सकता है। ऐसे हालात में जान जोखिम में पड़ सकती है। प्रशासन ने हालात को देखते हुए दो दिन पहले ही दारचा से पुलिस चैक पोस्ट भी हटा दिया है। पर्यटक इन दर्रों के अब अप्रैल मई में ही दीदार कर सकेंगे। दुसरी ओर स्पीति घाटी भी लाहुल घाटी से कट जाएगी। स्पीति के लोग अब बाया किन्नौर शिमला होते हुए कुल्लू मनाली आ जा सकेंगे। आपात स्थिति में लेह, कारगिल व जंस्कार के लोग हालात के हिसाब से शिंकुला दर्रे से आ जा सकेंगे।
20 नबंवर से सामरिक मार्ग मनाली-लेह के साथ दारचा-शिंकुला-पदम् और ग्राम्फू-कुंजम-लोसर सड़क मार्ग पर वाहनो की आवजाही के लिए बंद हो जाएगा। यह आदेश आगामी सीजन तक जारी रहेगा —राहुल कुमार, उपायुक्त लाहुल स्पीति।