सरकाघाट। संधोल में स्वास्थ्य सेवाओं में चल रहे टोटे को लेकर जहां ग्रामीणों में भारी रोष है वहीं क्षेत्र भर की दर्जनों महिला मंडलों द्वारा शुरू किए आंदोलन के बाद अब कई संगठन भी आंदोलन पर उतारू हो गए हैं। इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं के चरमरा जाने पर संधोल सेवा विकास एवं कल्याण समिति ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए सरकार को अल्टीमेटम दे डाला है। समिति का आरोप है कि भाजपा कांग्रेस दोनों ने ही संधोल क्षेत्र को वोटों की खान समझ कर जम कर शोषण किया। नेताओं ने विकास के नाम पर अपना विकास किया और जनता को बेवकूफ बनाते रहे। वर्तमान विधायक भी भाषणबाजी के अलावा जनता का पक्ष रखने में असफल रहे हैं। शनिवार को संधोल सेवा विकास एवं कल्याण समिति की एक अहम बैठक समिति के अध्यक्ष मान सिंह की अध्यक्षता में जनता सराय में आयोजित की गई। क्षेत्र में जहां ठप्प पड़े और अधूरे पड़े विकास कार्यों पर उपस्थित सदस्यों ने रोष जताया वहीं संधोल के नागरिक अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर और अल्ट्रासाउंड मसीन के अभाव पर भी असंतोष जताया गया। समिति के अध्यक्ष मान सिंह सकलानी ने बताया कि यह समस्या कोई आज या कल खड़ी नही हुई है यह वर्षों से चली आ रही है जिसमें वे अब विभाग के खिलाफ माननीय न्यायालय के आदेशों की अवहेलना बारे याचिका दायर करेंगे।
मान सिंह ने बताया कि उन्होंने माननीय उच्च न्यायालय में दस्तक दी थी जिसपर वर्ष 2019 में माननीय उच्च न्यायालय ने तत्कालीन समय में विभाग को विशेषज्ञ डॉक्टर इत्यादि तमाम सुविधाएं तय समय में मुहैया करवाने के आदेश जारी किए थे और उस वक्त स्वास्थ्य विभाग ने भी माननीय उच्च न्यायालय को आश्वस्त किया था कि निर्देशानुसार रिक्तियां, विशेषज्ञ और तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवा दी जायेंगी, लेकिन करीब 4 वर्ष बीत चुके हैं लेकिन इस अस्पताल में आज तक लोगों की सुविधा हेतु कभी भी न्यायालय के आदेशों के अनुरूप विशेषज्ञ चिकित्सक की नियुक्ति नहीं हो पाई है। इस बारे उन्होंने समय-समय पर विभाग को भी अवगत करवाया लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है जिसका उन्हें दुख है। उन्होंने कहा कि अब उनके पास अब न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है इसलिए जल्द ही माननीय उच्च न्यायालय में आदेशों की अवहेलना बारे याचिका दायर की जाएगी। बैठक में गुलाब सिंह, भगमल, राजमल, जगदीश चंद, भागीरथ, नीलम, संजय, प्रेम चंद इत्यादि करीब दो दर्जन लोगों ने भाग लिया।