केटीआर को सामंथा-नागा तलाक से जोड़ने को लेकर तेलंगाना के मंत्री ने माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि वह बिना शर्त अपनी टिप्पणी वापस ले रहे हैं। दरअसल, मामले में उस वक्त बवाल खड़ा हो गया था, जब तेलंगाना के वन मंत्री कोंडा सुरेखा ने भारत राष्ट्र समिति के नेता केटी रामा राव पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने अभिनेता नागा चैतन्य और सामंथा रूथ प्रभु के तलाक के लिए केटीआर को जिम्मेदार ठहराया था। इतना ही नहीं, मंत्री ने अपने आरोपों में ड्रग्स और ब्लैकमेलिंग का भी जिक्र किया था।
उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ‘X’ पर लिखा, ‘मेरी टिप्पणियों का इरादा महिलाओं के प्रति किसी अन्य नेता की कमतर सोच पर सवाल उठाना था। मेरा मकसद सामंथा, आपको भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। आप जिस प्रकार आत्मबल के साथ बड़ी हुई हैं, वह मेरे लिए न केवल सराहनीय है, बल्कि एक आदर्श भी है। यदि आप या आपके प्रशंसक मेरी टिप्पणियों से आहत हैं, तो मैं बिना शर्त अपनी टिप्पणियां वापस लेती हूं.. अन्यथा मत सोचिए।’
तेलंगाना की मंत्री और कांग्रेस नेता ने केटीआर को सामंथा और नागा चैतन्य के टूटे हुए रिश्ते से जोड़ते हुए आरोप लगाया कि केटीआर अभिनेत्रियों के फोन टैप करते थे और उन्हें ब्लैकमेल करते थे। के. सुरेखा ने कहा था कि केटी रामा राव की वजह से सामंथा का तलाक हुआ, वह उस समय मंत्री थे और अभिनेत्रियों के फोन टैप करते थे और फिर उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए उनकी कमजोरियां ढूंढते थे। मंत्री ने आगे आरोप लगाया था कि केटीआर अभिनेत्रियों को ड्रग एडिक्ट बनाते थे और फिर ऐसा करते थे। इस मामले को सभी जानते हैं, सामंथा, नागा चैतन्य, उनका परिवार, हर कोई जानता है कि ऐसा कुछ हुआ था।
वहीं अभिनेत्री सामंथा रूथ प्रभु ने तेलंगाना की मंत्री कोंडा सुरेखा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी थी। समांथा ने कहा था कि उनका तलाक एक व्यक्तिगत मामला था। बता दें कि सामंथा ने बुधवार शाम को सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी में स्पष्ट किया था कि उनका तलाक आपसी सहमति और सौहार्दपूर्ण था और इसमें कोई राजनीतिक साजिश शामिल नहीं थी। सामंथा ने लोगों से उनके तलाक के बारे में अटकलें लगाना बंद करने का भी अनुरोध किया।
मंत्री कोंडा सुरेखा की टिप्पणी ने राज्य में बड़े पैमाने पर विवाद को जन्म दिया था, जिसमें कई बीआरएस नेताओं के साथ-साथ तेलुगु फिल्मों के अभिनेता नागार्जुन अक्किनेनी ने भी इसकी निंदा की थी। अभिनेता नागार्जुन ने कहा था कि सुरेखा को अपने विरोधियों की आलोचना करने के लिए फिल्मी सितारों के जीवन का उपयोग नहीं करना चाहिए, और उनसे दूसरों की निजता का सम्मान करने का आग्रह किया।