सरकाघाट। सरकाघाट में बहुमंजिला संयुक्त कार्यालय भवन की लिफ्ट पिछले चार माह से खराब चल रही है। लोगों द्वारा बार-बार आग्रह किए जाने के बाबजूद भी प्रशासन ना तो कुभकर्णी नींद से जाग पाया है और ना ही लिफ्ट को ठीक नहीं करवा पाया है। जिसकी वजह से विकलांगों और बजुर्गों व आम जनता की दिक्कतें बढ़ गई है। संयुक्त कार्यालय भवन में विभिन्न विभागों के एक दर्जन से अधिक कार्यालय हैं और करीब 200 अधिकारी और कर्मचारी सेवारत है और सैंकडों लोग अपने काम करवाने के लिए चौथी मंजिल पर एसडीएम, तीसरी मंजिल पर डीएसपी व तहसील कल्याण अधिकारी का कार्यालय और जूडिशियल कोर्ट, लोक निर्माण, जलशक्ति कार्यालयों के लिए सीड़िया चढकर जाना पड़ता है और आम जनता को अधिकतर इन्ही अधिकारियों व कर्मचारियों से काम करवाने होते है। लेकिन लिफ्ट ख़राब होने से तीसरी व चौथी मंजिल तक पंहुचने के लिए विकलांगों और बजुर्गों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
हैरानी की बात है कि रोजाना प्रशासनिक अधिकारी व अन्य अधिकारी और कर्मचारी चौथी और तीसरी मंज़िल स्थित अपने कार्यलयों में जाते हैं लेकिन लिफ्ट की मरहम्मत करवाने की जहमत कोई भी अधिकारी नहीं उठा रहा है। राजस्व विभाग के कार्यलयों के तीसरी और चौथी मंज़िल पर होने के कारण विकलांग और बजुर्गों को पीठ पर उठाकर एसडीएम, तहसीलदार आदि को कार्यालयों तक ले जाना पड़ता है और उम्रदराज लोगों को हांफते हुए सीढ़ियों पर चढ़ते हुए देखा जा सकता है।
प्रदेश विकलांग संघ के अध्यक्ष हरिदास प्रजापति, बार संगठन सरकाघाट के अध्यक्ष अजय चंदेल पूर्व अध्यक्ष भूप सिंह ठाकुर देशराज ठाकुर वरिष्ठ अधिवक्ता पंजाब सिंह तपवाल दलेर सिंह, कंवर लाल सिंह, खेमचंद ठाकुर, नरेश शर्मा, केके वर्मा, संदीप वशिष्ठ, मनोज जमवाल सरकाघाट नगर परिषद के अध्यक्ष कश्मीर सिंह पूर्व उपाध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान, अश्विनी गुलेरिया, राजेश कौंडल, ध्यान सिंह, भूतपूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष कैप्टन प्रकाश चंद किसान युनियन के अध्यक्ष तेजनाथ, पवन बन्याल, शिव कुमार, सकलानी कैप्टन बाली अशोक पटियाल, कमलेश गुलेरिया, बलबीर सिंह गुलेरिया, रामप्रकाश शर्मा, धर्मपाल गुप्ता ,लेखराज, भीमसिंह, वीरेन्द्र सिंह, मनोज कुमार, देशराज, गुलाब सिंह, प्रकाश चंद सहित अन्य सभी लोगों ने प्रशासन से लिफ्ट को ठीक करवाने की गुहार लगाई है।
क्या कहते है अधिकारी- एसडीएम स्वाति डोगरा ने बताया कि लिफ्ट की सर्विस को लेकर उपायुक्त मंडी को पत्र लिखकर अवगत करवा दिया है। शीघ्र ही लिफ्ट को ठीक करवा दिया जाएगा।