सरकाघाट। स्वास्थ्य सेवाओं और डॉक्टरों को लेकर छठे दिन भी नारीशक्ति तहसील मुख्यालय के बाहर जमी रहीं। इस दौरान उन्होंने निर्णय लिया कि अब पूरा सप्ताह गुजर गया लेकिन कोई भी स्थानीय नुमाइंदों ने यंहा शिरकत नही की की आख़िर महिलाओँ का दर्द है क्या। इसलिए उन्होंने एक कदम बढ़ते हुए आज स्थानीय समाजिक संगठनों से एक बैठक ये आव्हान किया कि वो सब भी साथ ममिलकर चलें जिन्हें हमारी मांगे जायज लगरतीं हो ऐसे सौ रक्षक दल के प्रदेश उपाध्यक्ष रमाकांत अवस्थी ने बिना शर्त उन्हें समर्थन देने का एलान किया और कहा कि अब इस प्रकिया को 24 घण्टे करेंगे वंही व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय कुमार ने भी कहा वो व्यपारियो से मिलकर कल बैठक करेंगे और व्यापारियों का समर्थन फिलहाल उनकी ओर से है और वो क्रमिक अनशन कर रही महिलाओं के साथ हैं और जो भी बन पाएगा वो सब तन मन और धन से भी सहायता करेंगे।
इधर, संधोल कल्याण कारी सभा के अध्यक्ष ने भी इन्हें पूरी तरह से समर्थन देने का एलान किया है।इसी बीच इस क्रमिक अनशन की समन्वयक पूनम ठाकुर ने इन सब का धन्यवाद करते हुए कहा कि यंहा हस्पताल में स्टाफ़ पूरा होने तक ये क्रमिक अनशन बराबर ही चलेगा बल्कि इन सभी संगठनों का आशीर्वाद मिलने के बाद इसे ओर व्यापक किया जाएगा क्योंकि अभी तक संधोल क्षेत्र के अधिकांश हक सरकार से लम्बी लड़ाई लड़ने के बाद मिलें है।और अब भी वो सब मिलकर हस्पताल के दर्जे के मुताबिक समूचा स्टाफ़ यंहा चाहिए।
उन्होंने कहा कि ये अनशन अभी भज गैर राजनीतिक है और रहेगा जिन भी राजनीतिक संगठनो ने यंहा दस्तक दी उनका धन्यवाद।उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात का मलाल रहेगा कि मौजूदा सरकार के किसी भी कार्यकर्ता ने उनका न समर्थन किया न उन्हें सहयोग दिया।बल्कि उन्होंने इस आंदोलन से जुड़ी उनकी बहनों को फ़ोन कर कर उनके परिजनों और उनके रिश्तेदारों के तबादलों का ख़ौफ़ दिखा कर उन्हें इस मुहिम से दूर रहने की नसीहत दे दी लेकिन इस सब के बावजूद सभी महिला मंडल कंधे से कंधे मिलाकर मैदान में डटे है ।उन्हें सब पता है जो इस मुहिम में लगें हैं कि किसी तरह ये मुहिम ठंडी पड़े लेकिन इसका जवाब इन्हें 2024 में मिलेगा जब ये लोग नेताओं के पीछे पीछे चले होंगे। पूनम ठाकुर काफी आक्रामक थीं कहा उन्होंने महज पुरानी मांग को लेकर महिलाओं को बड़ी मुश्किल से संगठित किया है लेकिन अपने ही भाई लोग अपने स्वार्थ के लिए क्षेत्र व यंहा के लोंगो का अपमान करने में लगें है। उन्होंने सोमवार अन्य स्वयं सेवी संगठनों आमन्त्रित किया है व्व भी उनके संग इस क्रमिक आंदोलन में भाग लें।इसके बाद इसे 24 घण्टे के अनशन में बदल दिया जाएगा।क्योंकि प्रशासन ने एक सप्ताह के बावजूद भी उनकी मांगों पर गौर नही किया।