मणिपुर में पिछले पांच महीने से चल रही हिंसा कम होने बजाए लगातार बढ़ती जा रही हैं। बल्कि, और भी ज्यादा भयावक रूप ले रही हैं। इसी बीच राज्य में एक व्यक्ति को जिंदा जलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा हैं। जिसमें कुकी बहुल्य कांगपोकपी जिले में एक मैतेई युवक को कथित रूप से जिंदा जला दिया गया। रविवार (8 अक्टूबर) को जब ये वीडियो वायरल हुई और राज्य सरकार के पास पहुंची तब सरकार द्वारा इसकी जांच कर बताया गया कि ये वीडियो अभी का नहीं है, बल्कि ये वीडियो तो 4 मई का है जब हिंसा शुरू ही हुई थी।
मणिपुर की राजधानी इंफाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह द्वारा कहा गया कि यह घटना पहले वायरल हुए दो कुकी महिलाओं के वीडियो से संबंधित है। दरअसल, ये वही महिलाएं हैं जिनको जातीय संघर्ष के दौरान एक वर्ग ने पकड़ लिया था और उनके कपड़े उतार कर उनके साथ यौन अपराध को अंजाम दिया था।
आखिर, क्या हैं वायरल वीडियो में
वायरल हो रहे इस सात सेकंड के वीडियो में एक व्यक्ति ने काली शर्ट पहन रखी है। इसके सिर पर भीड़ द्वारा की गई पिटाई के कारण चोट के निशान हैं और उसके शरीर के एक हिस्से को भीड़ द्वारा जला दिया गया है, वह कटीले तारों के पास पड़ा हुआ है। उसके पास खड़ी भीड़ चिल्ला रही है। भीड़ के बैकग्राउंड में गोली चलने की आवाजें भी सुनी जा सकती हैं। हालांकि, इस वीडियो को अगर हम देखते हैं तो इस वीडियो से यह पता लगाना काफी मुश्किल है कि क्या जब इस व्यक्ति को जलाया गया तब वो जिंदा था या उसकी मौत होने के बाद उसको जलाया गया। पुलिस द्वारा जब इस वायरल वीडियो की जांच की गई तो पता चला कि हिंसा का शिकार हुए व्यक्ति का नाम लालदिनथांगा खोंगसाई है, उसकी उम्र 37 साल थी और वह कांगपोकपी जिले के पाओकोंगचिंग गांव का निवासी था।
हालांकि, मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह का कहना हैं कि, मणिपुर सरकार ने इस मामले की जांच CBI को सौंप दी है क्योंकि सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस हिंसा में जिस व्यक्ति की मौत हुई है वह व्यक्ति उन दो महिलाओं के साथ था जिनको उसी भीड़ ने निर्वस्त्र कर दिया था। फिलहाल, अब इस मामले की जांच CBI द्वारा की जाएगी और जांच के बाद की मामले की असल वजह सामने आएगी।