हांसी। हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड़ के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने अपने अनाज मंडी दौरे के दौरान व्यापारियों की समस्या सुनने के उपरांत हांसी पत्रकार वार्ता में कहा कि सरकार आढ़ती व किसानों के साथ पोर्टल-पोर्टल खेल रही है जबकि सरकार का पोर्टल फेल है। किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए पोर्टल पर दर्ज करने के लिए धक्के काटने पड़ते हैं। समय पर ना तो किसानों की फसल खरीद हो रही है ना ही उठान व फसल का भुगतान हो रहा है। सरकार को अपने व्यादे के अनुसार 72 घंटे में फसल की खरीद, उठान व फसल का भुगतान करना चाहिए।
बजरंग गर्ग ने कहा कि पीआर धान का एमएसपी 2203 रुपए प्रति क्विंटल है। 2.5 प्रतिशत आढ़त के हिसाब से आढ़तियों का पीआर धान पर 55 रुपए प्रति क्विंटल से ज्यादा आढ़त बनती है मगर सरकार 55 रुपए से आढ़त कम करके आढ़तियों को 46 रुपए प्रति क्विंटल दे रही है जो सरासर गलत है जबकि अनेकों सालों से आढ़तियों की 2.5 प्रतिशत अनाज खरीद पर आढ़त है। देश व प्रदेश में बार-बार बेतहाशा महंगाई बढ़ती जा रही है इतनी भारी भरकम महंगाई होने के बावजूद सरकार ने आढ़तियों की आढ़त बढ़ाने की बजाएं घटना निंदनीय कार्य किया है। जिसके कारण आढ़तियों में सरकार के प्रति बड़ा भारी रोष है। सरकार को धान, गेहूं, कपास, सरसों व हर अनाज खरीद पर आढ़तियों को पहले की तरह 2.5 प्रतिशत पुरी आढ़त देनी चाहिए।
बजरंग गर्ग ने कहा कि अनाज मंडी मार्केट बोर्ड के अधीन है और व्यापारी मार्केट बोर्ड को मार्केट फीस, लाइसेंस फीस, इनकम टैक्स, जीएसटी आदि प्रकार के सभी टैक्स सरकार को दे रहा है। ऐसे में नगर निकाय विभाग द्वारा अनाज मंडी की दुकानों का हाउस टैक्स लेने का कोई औचित्य नहीं बनता है। सरकार को अनाज मंडी में हाउस टैक्स नहीं लेना चाहिए उन्होंने कहा की अनाज मंडी में मूलभूत सुविधाओं की कमी है। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार किसानों का बाजरा आढ़तियों के माध्यम से एमएसपी रेट 2500 रुपए प्रति क्विंटल खरीद करना चाहिए जबकि किसान अपना बाजरा बेचने के लिए मंडियों में धक्के खा रहे हैं। बजरंग गर्ग ने कहा कि अनाज खरीद के लिए मंडियों में सरकार की तरफ से कोई मूलभूत सुविधा नहीं है। सरकार मंडियों में सफाई व्यवस्था व सड़कों को ठीक करवाने के साथ-साथ किसानों को ठहरने के लिए किसान भवन में उचित व्यवस्था करनी चाहिए।