सिरसा। पंजाबी लेखक सभा, सिरसा ने तथाकथित न्यूज़क्लिक प्रकरण के बहाने देश के वरिष्ठ पत्रकारों प्रंजय गुहा ठाकुरता, उर्मिलेश, भाषा सिंह, अभिसार शर्मा, प्रबीर पुरकायस्था, गीता हरिहरण, सुबोध वर्मा, औनिंद्यो चक्रवर्ती, इतिहासकार सुहेल हाश्मी, व्यंग्यकार संजय राजौरा, वैज्ञानिक एवं लेखक डी. रघुनंदन, सामाजिक कार्यकर्त्ता तीस्ता सीतलवाड़ इत्यादि पर पुलिस कार्यवाही को अनुचित व अवैध करार देते हुए इस कार्यवाही को घोर निंदनीय बताया है। पंजाबी लेखक सभा, सिरसा के सचिव सुरजीत सिरड़ी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सभा के अध्यक्ष परमानंद शास्त्री की अध्यक्षता में आयोजित पंजाबी लेखक सभा, सिरसा की बैठक में पारित प्रस्ताव में इस कार्रवाई पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया है कि यह कार्यवाही अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता को कुचलने व जन-पक्षीय विचारकों में दबाव एवं डर की भावना उत्पन्न करने का कुत्सित प्रयास है।
प्रस्ताव में कहा गया है कि केंद्र सरकार इस पुलिस कार्यवाही पर तुरंत रोक लगाए और पत्रकारों, लेखकों, बुद्धिजीवियों, वैज्ञानिकों, व्यंग्य-लेखकों, सामाजिक कार्यकर्त्ताओं इत्यादि को अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता के अंतर्गत अपनी भावनाएं व विचारों को प्रकट करने के मामले में खलल न डाला जाए। पंजाबी लेखक सभा, सिरसा ने इन पत्रकारों, लेखकों, बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकत्ताओं इत्यादि के प्रति अपना समर्थन व एकजुटता प्रदर्शित करते हुए कहा है कि ऐसी कार्यवाहियों पर तुरंत रोक लगाई जाए। बैठक में का. स्वर्ण सिंह विर्क, परमानंद शास्त्री, डा. हरविंदर सिंह, डा. हरमीत कौर, सुरजीत सिरड़ी, डा. शेर चंद, सुरजीत रेणु, अनीश कुमार, अमरजीत सिंह, हरजीत सिंह इत्यादि उपस्थित रहे।