राजस्थान का मौसम एक बार फिर बदलने वाला है. प्रदेश के कई इलाकों में मानसून की विदाई से पहले भारी बारिश होने का अनुमान है. मानसून की विदाई का समय 17 सितंबर माना जाता है. मौसम विभाग के मुताबिक अभी लोगों को बारिश से राहत नहीं मिलनेवाली है. राजस्थान में बारिश का दौर इस सप्ताह फिर से शुरू होने की उम्मीद है. 18-19 सितंबर को पूर्वी राजस्थान में मेघ गर्जन के साथ बरसात होने का अनुमान है.
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार आज पश्चिम बंगाल व झारखंड के ऊपर एक गहरा दबाव क्षेत्र बना हुआ है. तंत्र के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान में 18-19 सितंबर को बारिश की संभावना है. 18 सितंबर को भरतपुर, जयपुर संभाग में मेघ गर्जन, आकाशीय बिजली के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की गयी है. कोटा, उदयपुर संभाग में भी मेघ गर्जन के साथ हल्की मध्यम बारिश होने की संभावना है.
मौसम केंद्र ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश भागों में मौसम मुख्य तौर पर शुष्क रहेगा. 18-19 सितंबर को शेखावाटी क्षेत्र और बीकानेर संभाग में मेघ गर्जन, आकाशीय बिजली के साथ हल्की मध्यम बारिश होने की संभावना है.
वर्तमान में झारखंड और बंगाल की खाड़ी के पास डीप डिप्रेशन बना हुआ है. डीप डिप्रेशन अगले 24 घंटे में बढ़कर मध्य प्रदेश तक आएगा. तंत्र के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान में हल्की बारिश होने की संभावना है. डिप्रेशन खत्म होने के बाद एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन में कमी देखने को मिल सकती है. इस बार मानसून की विदाई देर से हो रही है. राजस्थान में अब तक 60 प्रतिशत अधिक बरसात हो चुकी है. कुछ दिन पहले राजसमंद, भीलवाड़ा और भरतपुर में जमकर बारिश हुई थी. अजमेर में बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गये थे. प्रशासन को स्कूलों में दो दिन की छुट्टी घोषित करनी पड़ी थी.