रूस और यूक्रेन की जंग रुकने का नाम ही नहीं ले रही। दोनों देशो के बीच 589 दिनों यानी पूरे 1 साल 8 महीनों से यह जंग चल रही है. नाजाने कब ये जंग खत्म होगी। लेकिन दोनों देशों के बीच चल रही जंग के कारण कई तरह के नुकसान का सामना करना पड़ा है और इतना ही नहीं इस जंग के कारण अब तक कई लोग मर भी गए हैं। इसी बीच वीरवार (5 अक्टूबर) को रूसी सेना ने पूर्वोत्तर यूक्रेन के ह्रोज़ा गांव में एक मिसाइल से हमला किया. इस हमले के कारण गांव के 51 लोगों की मौत हो गई। रूस की ओर से हमला उस वक्त किया गया, जब एक किराने की दुकान पर मृत यूक्रेनी सैनिक के शोक सभा के दौरान करीब सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।
रूसी मिसाइल हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की द्वारा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रूस द्वारा ये हमला जानबूझकर किया गया था और इसे किसी भी तरह का ब्लाइंड अटैक नहीं कह सकते हैं। हमले के बाद किराने की दुकान की हालत बहुत खराब हो गई। टनास्थल पर ईंटों, टूटी हुई धातु और निर्माण सामग्री के बड़े-बड़े ढ़ेर लगे हुए थे।
खार्किव क्षेत्र के ह्रोज़ा गांव के पास मौजूद एक क्षेत्रीय अधिकारी ने सार्वजनिक प्रसारक सस्पिल्ने को बताया कि 19 महीने से अधिक समय पहले रूस के आक्रमण के बाद से खार्किव क्षेत्र में यह हमला अब तक का सबसे ज्यादा घातक हमला था. ये रूस की तरफ से किए हमले में मारे गए अब तक सबसे ज्यादा नागरिक थे।
रूसी हमले के वक्त यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की स्पेन में यूरोपीय राजनीतिक समुदाय के एक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहुंचे हुए थे। उन्होंने शिखर सम्मेलन के दौरान रात में वीडियो संबोधन में कहा कि खार्किव क्षेत्र के एक गांव में स्टोर पर जानबूझकर मिसाइल हमला किया गया. रूसी सैनिक इस बात से अनजान नहीं हो सकते थे कि वे कहां हमला कर रहे हैं। हालांकि, स्थानीय पुलिस ने नेशनल टेलीविजन को बताया कि रूस द्वारा किए गए इस मिसाइल हमले में 51 लोगों की मौत हो गई हैं और 6 अन्य घायल हैं। वही, 3 लोगों के लापता होने की खबर सामने आई हैं।