सरकाघाट| दो दिन पहले सरकाघाट की रिस्सा पंचायत के तंदोह छिंबा बल्ह गांव में स्कूल टीचर चंद्रकांता पत्नी पवन कुमार के घर से अज्ञात चोर ने दस लाख रुपए के गहने और तीन हजार रूपए की नकदी सहित चुरा लिए जिसकी महिला टीचर ने सरकाघाट पुलिस में इस चोरी की वारदात की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज होते ही सरकाघाट पुलिस हरकत में आ गई. सरकाघाट थाना प्रभारी सुरेंद्र बभौरिया की अगुवाई में तुरंत कार्यवाही करते हुए आरोपी को पकडने के लिए जाल बुना और घटनास्थल की लोकेशन में कितने लोग आए थे इसी को जांच का मुख्य बिंदू मानकर उस दिन के वहां आए लोगों के मोबाइल नंबरों को अपनी ऑब्जर्वेशन पर लगा दिया।
पुलिस को पता चला कि एक नंबर की एक घंटे की लोकेशन चंद्रकांता महिला टीचर के घर के पास की ट्रेस हुई और उसी को आधार बनाकर पुलिस ने जब उस व्यक्ति के नंबर की जांच की तो वह सरकाघाट में खंड विकास अधिकारी के कार्यालय के पास बने मकान में रह रहे प्रवासी फर्निचर का काम करने वाले मिस्त्री का निकला। पुलिस ने उसको उसके क्वार्टर के भीतर ही दबोच लिया और उससे पुलिस द्वारा कड़ी पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और उसके कमरे की कलश वार्ड के पार्षद और नगर परिषद अध्यक्ष कश्मीर सिंह की निगरानी में तलाशी ली गई तो वहां छुपाया गहनों व नगदी को बरामद कर लिया|
पुलिस ने गहनों और नकदी की मालिक टीचर को शिनाख्त करने के लिए बुलाया और उसने अपने गहने पहचान लिए।साथ ही चोर ने तीन हजार रुपए नकदी की चोरी करने की बात भी कबूल कर ली। चोरी करने वाले मिस्त्री की पहचान मोनू पुत्र सतपाल निवासी शोरों तहसील बुडाना,जिला मुजफरपुर उत्तरप्रदेश के रूप में हुई है।थाना प्रभारी सुरेंद्र बभौरिया ने पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपित व्यक्ति मोनू को चोरी किए गए गहनों और नकदी समेत पकड़ लिया गया है और उसको हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।कल उसे पुलिस रिमांड लेने के लिए अदालत में पेश किया जाएगा।
सरकाघाट सुरेंद्र बभौरिया ने जनता से आह्वान किया है कि वह किसी भी बाहरी व्यक्ति या प्रवासी मजदूर को अपने घर पर काम करने से पहले उसके आधार कार्ड और पुलिस पहचान पत्र की फोटो कॉपी जांच लें और अपने पास रखें तभी उसे काम करने दे तभी ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता है इन्होंने कहा की बिना पुलिस पहचान पत्र के कोइ भी प्रवासी व्यक्ति मिलता है तो तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएंगी |