पिछले दिनों हिमाचल प्रदेश में आई आपदा के कारण प्रदेश में तबाही मच गई थी और इस कारण प्रदेश को भारी नुक्सान हुआ और कई लोगों ने अपनी जान गवाई, और इस भयावक आपदा के कारण कई लोग तो बेघर हो गए। वही, अब प्रदेश भर में प्रभावितों तक राहत पहुंचाने का काम जारी हैं। सीमित संसाधन वाले पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में धन की भी भारी कमी है. ऐसे में प्रभावितों तक राहत पहुंचाना काफी चुनौती भरा काम है. आपदा में लोगों तक राहत पहुंचाने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष- 2023 का गठन किया है. इस कोष में अब तक 180 करोड़ रुपये से अधिक का दान आ चुका है. राहत कोष में कहीं बच्चे अपना गुल्लक तोड़कर दान कर रहे हैं, तो कहीं बुजुर्ग अपनी महीने भर की पेंशन राहत एवं बचाव कार्य के लिए देने पहुंच रहे हैं। जिससे जितना भी हो पा रहा हैं वह उतना कर रहे हैं। यही नहीं, मुख्यमंत्री सुक्खू और उनकी माता ने भी आपदा राहत कोष में दान किया हैं।
वही, अब हिमाचल की राजधानी शिमला की रहने वाली 90 वर्षीय सत्या देवी ने वीरवार को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में एक लाख रुपये की राशि दान की हैं. खास बात यह है कि सत्या देवी ने यह धनराशि अपने रिश्तेदारों और आसपास के जानकार लोगों से जुटाई, ताकि उन लोगों में भी मदद का भाव पैदा हो सके. सत्या देवी ने बताया कि वह 26 वर्ष की उम्र से समाज सेवा कर रही हैं और आज 90 वर्ष की होने बाद भी वह लोगों की मदद करने के लिए वैसा ही जोश महसूस करती हैं. समाजसेवी सत्या देवी के इस अहम योगदान की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी सराहना की और सत्या देवी को समाज के लिए प्रेरणा बताया।
90 वर्षीय समाज सेवी सत्या देवी ने कहा कि उन्होंने प्रदेश में इससे पहले इतनी भयावक आपदा नहीं देखी साथ ही उन्हें ऐसा महसूस होता है कि आपदा की इस मुश्किल भरी दौर में राहत एवं बचाव कार्य में मदद करने के लिए कुछ जो हैं वो लोग पीछे हट रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसी आपदा न तो कभी आई और न ही भविष्य में आनी चाहिए. इस समय पहाड़ी प्रदेश यानी हिमाचल प्रदेश को काफी कठनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैं। ऐसे में लोगों को चाहिए कि वह छोटा-छोटा योगदान कर सरकार की मदद करें. जिस कारण हमारा प्रदेश दुबारा से पहले की तरह बन सके। आगे उन्होंने कहा कि जिस तरह बूंद-बूंद से घड़ा भरता है ठीक उसी प्रकार छोटी-छोटी मदद से पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश को एक बार फिर खड़े होने में मदद मिलेगी। जिसके लिए सत्या देवी ने हर व्यक्ति को हिमाचल की इस मुश्किल भरे समय में सहायता करने का आग्रह किया।