मनाली। रोहतांग सहित बारालाचा, शिंकुला व कुंजम दर्रे में हिमपात का क्रम शुरु हो गया है। लंबे समय बाद मौसम ने करवट बदली है। इससे पहले अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में रोहतांग दर्रे सहित उंची चोटियों में हिमपात हुआ था। लगभग एक महीने बाद फिर से हिमपात का क्रम शुरु हुआ है। हालांकि अभी उंची चोटियों में ही हिमपात हुआ है लेकिन मौसम के तेवर ऐसे ही रहे तो घाटी में भी हिमपात हो सकता है। लाहुल स्पीति प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर मनाली लेह मार्ग सहित शिंकुला व कुंजम पहले ही 20 नवंबर को बन्द कर दिया था।
मनाली प्रशासन ने भी मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए रविवार को ही रोहतांग दर्रा पर्यटकों के लिए बन्द कर दिया। हालांकि प्रशासन का कहना है कि मौसम ठीक रहा और दर्रे में हालात सही पाए गए तो पर्यटकों को रोहतांग तक भेजा जाएगा। लेकिन घाटी में ही अच्छा हिमपात हो जाता है तो पर्यटकों को रोहतांग जाने की जरुरत ही नहीं पड़ेगी। पर्यटक अपने निकटतम पर्यटन स्थलों में ही बर्फ के दीदार कर सकेंगे। दूसरी ओर शिंकुला दर्रे में भी हिमपात का क्रम शुरु हो गया है। 20 नवंबर के बाद यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए बन्द है लेकिन हिमपात होने के बाद जंस्कार के स्थानीय वाहनों की आवाजाही भी रुक गई है।
वही, सोमवार को खराब मौसम के कारण जिला आपदा प्रबंधन और प्रशासन द्वारा लोसर से कोकसर और कोकसर से लोसर जाने वाले गाड़ियों को रोका गया था। विधायक लाहुल स्पीति रवि ठाकुर के आग्रह पर सभी गाड़ियों को आने जाने दिया। पुलिस की देखरेख में हल्के हिमापत के बीच सभी वाहन सुरक्षित कुंजम दर्रे के आर पार हो गए।एसड़ीएम मनाली रमण कुमार शर्मा ने बताया कि हिमापत को देखते हुए रोहतांग दर्रा पर्यटकों के लिए बन्द कर दिया है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय मे दर्रे की बहाली मौसम पर निर्भर रहेगी।