चंडीगढ़, 26 अक्तूबर। प्रदेश के विद्यार्थियों सहित सभी वाहन चालकों में ड्राइविंग कौशल बढ़ाने तथा यातायात संबंधी नियमों की पालना को लेकर जागरूकता लाने के उद्देश्य से 27 अक्तूबर को सडक़ सुरक्षा को लेकर दूसरे चरण की खंड स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता को लेकर स्कूलों तथा कॉलेजों के विद्यार्थी बड़े उत्साह से आगे आ रहे हैं और इसकी तैयारी के लिए मेहनत कर रहे हैं।
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि सडक़ सुरक्षा तथा यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने में विद्यार्थी सबसे सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि स्कूलों व कॉलेजों के विद्यार्थी श्रेष्ठ शिक्षक होते हैं। इस प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थी न केवल स्वयं सडक़ सुरक्षा को लेकर जागरूक होंगे बल्कि अपने अभिभावकों से भी यातायात के नियमों की पालन संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी सांझा करेंगे। उन्होंने कहा कि सडक़ सुरक्षा एक गंभीर विषय है और सुरक्षित ड्राइविंग की जानकारी के अभाव के कारण कई बार लोग सडक़ दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि सडक़ सुरक्षा चालक, वाहन और सडक़ों की गुणवत्ता इन तीन कारकों पर निर्भर करती है इनमें से चालक की भूमिका सबसे अधिक महत्वपूर्ण होती है।
उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से नौजवान चालकों को सडक़ सुरक्षा तथा यातायात के नियमों के प्रति और अधिक जागरूक जिम्मेदार तथा संवेदनशील बनाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उनमें अच्छी आदतों को विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से स्कूलों व कॉलेजों के विद्यार्थियों के मन में शुरू से ही सडक़ सुरक्षा का बीजारोपण करना है ताकि वे भविष्य में एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाते हुए यातायात नियमों की पालना करें।
इस प्रतियोगिता के आयोजन को लेकर विद्यार्थियों ने अलग-अलग प्रकार से अपने अनुभव सांझा किए। सडक़ सुरक्षा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे गुरूग्राम जिला के आर लेडी ऑफ फातिमा कॉन्वेंट सैकेण्डरी स्कूल की 10वीं कक्षा की छात्रा लावण्या काशनवाल ने बताया कि इस प्रतियोगिता में भाग लेने उपरांत उन्हें सडक़ सुरक्षा संबंधी कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली।
इसी प्रकार, 7वीं कक्षा के रिशान शर्मा ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए उपलब्ध करवाई गई पाठ्य सामग्री के माध्यम से उन्हें यातायात पुलिस द्वारा हाथ के संकेत, फ्लैशिंग लाल व पीली बत्ती, पैदल पार पथ सूचक, वाहनों के बीच की उचित दूरी, लेन ड्राइविंग, गति सीमा, गति सीमा का उल्लंघन करना, खतरनाक वाहन चालन, हेलमेट और दुर्घटना के समय एक चालक का कर्तव्य आदि के बारे में विस्तार से पता लगा। इसी प्रकार, 5वीं कक्षा की छात्रा मिशिका मित्तल ने कहा कि प्रतियोगिता के लिए उपलब्ध करवाए गए पाठ्यक्रम से उन्हें सडक़ सुरक्षा तंत्र, मार्ग का अधिकार, चौराहों पर वाहनों की क्रासिंग सहित कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारी मिली।
गौरतलब है कि विगत 13 अक्तूबर को यह प्रतियोगिता विद्यालय स्तर पर आयोजित की गई थी। जिसमें 42 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने भागीदारी करते हुए सडक़ सुरक्षा का संदेश दिया था। इसके बाद, इस प्रतियोगिता का दूसरा चरण अब 27 अक्तूबर को खंड स्तर पर आयोजित किया जा रहा है। खंड स्तर के बाद यह प्रतियोगिता जिला स्तर, रेंज स्तर तथा राज्य स्तर पर आयोजित की जाएगी। वर्ष 2016-17 में आयोजित की गई इस प्रतियोगिता के तहत 44 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने भागीदारी सुनिश्चित करते हुए लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाया था। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे।