चंडीगढ़। शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने रविवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान से कहा कि वह बताएं कि खेमकरण के विधायक सरवन सिंह धुन के भतीजे की एक किलोग्राम हेरोइन और एक पाकिस्तानी ड्रोन के साथ गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी के विधायकों द्वारा ड्रग्ज की तस्करी के अभियान चलाने के बारे उन्हे और क्या सबूत चाहिए। यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा ,‘‘ अकाली दल बार बार इस बात पर जोर दे रहा है कि आप विधायक ड्रग्ज तस्करों के साथ मिले हुए हैं और यहां तक कि राज्य पुलिस पर भी ड्रग्ज माफिया के खिलाफ कार्रवाई नही करने का दबाव डाल रहे हैं। मंत्री के भतीजे की गिरफ्तारी से साबित होता है कि आप विधायक बेखौफ होकर नशे की तस्करी में लिप्त हैं’’।
यह कहते हुए कि यह सब नशे के खतरे को नियंत्रित करने में मुख्यमंत्री की विफलता दर्शाता है। सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ‘‘ भगवंत मान पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट, केंद्रीय एजेंसियों के साथ साथ राज्य के गर्वनर- सभी की बात पर ध्यान देने में विफल रहे हैं, जिसके बारे में सभी ने कहा था कि राजनीतिक-पुलिस-ड्रग्ज माफिया गठजोड़ ने राज्य में नशे की तस्करी को बढ़ावा दिया है। मुख्यमंत्री, गृहमंत्री के रूप में अपनी भूमिका निभाने में नाकाम रहे हैं और उन्हे तुरंत इस पद से इस्तीफा दे देना चाहिए’’।
यह कहते हुए कि मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल दोनों इस स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं। सरदार बादल ने का, ‘‘ सरवन सिंह धुन का ड्रग्ज की तस्करी में लिप्त होने का ज्ञात रिकाॅर्ड है और उसे 2002 में उसी के लिए गिरफ्तार किया गया था। उन्होने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि कटटर इमानदार पार्टी ने न केवल धुन को टिकट दिया, बल्कि उसे अपनी नापाक गतिविधियों को जारी रखने का पूरा अधिकार दिया, जो आज उसके भतीजे की गिरफ्तारी के साथ बेनकाब हो गई है’’।
सरदार बादल ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि वह अपने विधायकों की अवैध गतिविधियों को संरक्षण क्यों दे रहे हैं। उन्होने कहा कि इससे पहले खडूर साहिब के विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा के साले को अवैध खनन में लिप्त पकड़ा गया था, लेकिन उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के बजाय तरनतारन के एसएसपी का तबादला कर दिया गया था।
अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि ड्रग्ज का खतरा इतना भयावह हो गया है कि हाई कोर्ट ने राज्य पुलिस पर नशा तस्करों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। उन्होने कहा, ‘‘ राज्य के गर्वनर बनवारीलाल पुरोहित ने सीमावर्ती गांवों के दौरे के दौरान पाया कि नशा अब ‘किरयाना स्टोर पर भी उपलब्ध है’’। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री , जिन्होने कुछ ही सप्ताह के भीतर ड्रग्ज के खतरे को खत्म करने का वादा किया था, को ऐसा करने में अपनी नाकामी की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए।