25 अगस्त, 2017 को राम रहीम को सजा के कारण पंचकुला और सिरसा में हिंसा हुई थी, जिसमें 41 लोग मारे गए थे और 260 से अधिक घायल हो गए थे. राम रहीम को अपने अनुयायियों के वोटों को प्रभावित करने की उसकी क्षमता के कारण लगभग दो दशकों तक पंजाब और हरियाणा में राजनीतिक नेताओं और पार्टियों द्वारा संरक्षण दिया गया था.
2014 के लोकसभा चुनावों और उसके बाद के हरियाणा विधानसभा चुनावों में, बठिंडा के सलाबतपुरा में पंजाब के प्रमुख संप्रदाय के साथ डेरा सच्चा सौदा ने लोगों से बीजेपी को वोट देने के लिए एक सार्वजनिक अपील जारी की थी.
2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में उसका पंथ, जो पूरे भारत में छह करोड़ अनुयायी होने का दावा करता है, जिसमें से 40 लाख अकेले पंजाब में हैं, ने शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी गठबंधन का समर्थन किया था, लेकिन पार्टी कांग्रेस से हार गई थी. हालांकि, संप्रदाय ने 2012 और 2007 में पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का समर्थन किया था.