चंडीगढ़, 31 जुलाई ( ): स्वास्थ्य मंत्री पंजाब द्वारा दिए गए आश्वासन के 7 महीने बाद भी बढ़ा वेतन न मिलने के कारण 108 एम्बुलेंस कर्मचारी फिर से हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि वेतन बढ़ोतरी और अन्य मांगों को लेकर एंबुलेंस कर्मचारियों ने बीते जनवरी माह में लाडोवाल टोल प्लाजा पर धरना दिया था, जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कर्मचारियों की मांगों को मानने और वेतन में 5000 रुपये की बढ़ोतरी समेत कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था, लेकिन सरकार और कंपनी ने अभी तक कर्मचारियों को किसी भी तरह की राहत नहीं दी है। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री भगवंत मान के कहने के बावजूद कंपनी ने कर्मचारियों को जनवरी महीने का वेतन नहीं दिया। इस मौके पर राष्ट्रीय भगवा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज दवेसर, चेयरमैन संतोख गिल, रवि कुमार, बाल्मिक समाज के गुरु बाबा नछत्तर नाथ ने 108 एंबुलेंस स्टाफ को न्याय दिलाने के लिए हर संभव मदद का वादा किया।
108 कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अमनदीप सिंह और उपाध्यक्ष जोगा सिंह ने आज यहां कहा कि वे लंबे समय से मांग कर रहे थे कि सरकार उनकी सेवाएं अपने अधीन ले, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि 2013 से उनका इंक्रीमेंट रुका हुआ है और सरकार इसके भुगतान को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के आदेश के बावजूद कंपनी का अडिय़ल रवैया जस का तस है।
उन्होंने कहा कि नियुक्ति के समय तय हुआ था कि 108 कर्मचारियों का ट्रांसफर दूर दराज नहीं किया जाएगा, लेकिन अब सरकार कर्मचारियों का 200 से 300 किलोमीटर ट्रांसफर कर रही है. जिससे उनका जीवन आर्थिक और सामाजिक रूप से प्रभावित हो रहा है। उन्होंने मांग की कि 108 कर्मचारियों का चिकित्सा व् दुर्घटना बीमा कराया जाए तथा कोविड काल में बंद अवकाशों को बहाल किया जाए।
उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान देने के बजाय आवाज उठाने वाले कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर उनका मनोबल गिराने जैसे असफल कदम उठा रही है। उन्होंने मांग की कि अपने हक के लिए आवाज उठाने वाले बर्खास्त कर्मचारियों को बहाल किया जाए और एंबुलेंस चालक को नियमानुसार 12 की जगह 8 घंटे की ड्यूटी दी जाए।
इस मौके पर यूनियन के पक्ष में आए राष्ट्रीय भगवा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज दवेसर व अध्यक्ष संतोक सुख व् बाल्मीक समाज के गुरु नक्षत्र नाथ ने कहा कि वे सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम दे रहे हैं, अगर फिर भी सरकार ने 108 एम्बुलेंस कर्मचारियों की मांगें ना मानी, तो मज़बूर होकर आगामी 4 अगस्त को 108 की सेवाएं बंद करके चंडीगढ़ मुख्यमंत्री के कार्यालय के समक्ष पक्का धरना लगाया जाएगा। उन्होंने मांग की कि कंपनी के ठेके रद्द कर सरकार तत्काल 108 कर्मचारियों को अपने अधीन ले ताकि लोगों को आपातकालीन सहायता प्रदान करने वाले इन कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित हो सके। उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से कंपनी पंजाब का करोड़ों रुपए मुंबई स्थित अपने मुख्य कार्यालय भेज रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने कंपनी से उनकी मांगें पूरी नहीं की तो वे एक अनिश्चित अवधि के लिए तीखा संघर्ष करेंगे।
