
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की 132 वी जयंती पर 193 देशों के संविधान की दुनिया की पहली 4 फिट पीतल की किताब का मुख्य पृष्ठ जारी किया गया।
मुख्य पृष्ठ 14 बाय 48 इंच पीतल का पन्ना है, जिसे लेजर के माध्यम से 1 घंटे 14 मिनट में उकेर कर तैयार किया गया। 193 देशों के प्रतिक चिन्हो को सम्मिलित इसमें शामिल किया गया है, जिसका वजन 10 किलो लगभग है।
कार्ययोजना
संविधान दिवस 26, नवंबर, 2023 के पूर्व संविधान से देश पुस्तक द्वारा 193 देशों के संविधान को पीतल की 4 फिट किताब द्वारा संजोने का प्रयास किया जा रहे है, जिसके लिए
धनसंचय- प्रत्येक व्यक्ति से 1 रुपए जीवन में एक बार के आधार पर किया गया। महज 7 घंटे की समयावधि में किताब हेतु 42000 रुपए भेले किए जा चुके है।किताब में कुल 99 पेज 14 बाय 48 इंच होंगे, जिनका कुल वजन 57 किलो होगा, जिसमे मुख्य पृष्ठ का वजन 10 किलो है, 6000 हजार चित्र होंगे।
माननीय थावरचंद गहलोत जी (राज्यपाल, कर्नाटक) की प्रेरणा से संविधान से देश पुस्तक लगभग 6 वर्ष से 193 देशों के संविधान को लेकर काम कर रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य प्रत्येक मनुष्य को मौलिक अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना।
26, नवंबर,2022 को माननीय थावरचंद गहलोत जी राज्यपाल, कर्नाटक की प्रेरणा से 54 (32 किलो) पीतल के पन्नों की किताब तैयार की है, जिसमे महज चित्रों के माध्यम से संविधान की मूल भावना को दर्शाया गया है। ताकि अशिक्षित को मौलिक अधिकारों व कर्तव्यों का बोध हो। 25 सांसदों, 45 विधायकों, 20 कलेक्टर, व 17 श्रेष्ठ संविधान विशेषज्ञों से रायशुमारी के पश्चात् तैयार किया गया है। रायशुमारी 3 महीने चली, जिसमे समस्त राजनैतिक दल के राजनेताओं का सहयोग मिला। महज 14 घंटे में किताब तैयार की गई। धनसंचय 10-10 रू आमजन से भेला कर प्रति बनाई।अजर अमर दस्तावेज की चाह में धातु पर उकेरा गया, ताकि आने वाले हजारों वर्ष तक सहेजा जा सके,धर्मगुरुओ ने चर्चा के दौरान पीतल को सबसे शुभ बताया, जिसके चलते किताब पीतल पर बनाई गई।