ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर राकेश राणा, ट्रांसपोर्ट सब इंस्पेक्टर प्रवीण शर्मा, चपरासी तरसेम लाल, ड्राइवर तरुण उर्फ जोली आरटीए पंचकूला कार्यालय। इन चारों आरोपियों को पंचकूला कोर्ट में किया गया पेश, जहां से सभी को 2 दिन के पुलिस रिमांड भेज दिया गया है। SIT कर रही है पूरे मामले की जांच। आरटीए सेक्रेटरी हैरतजीत कौर ने पुलिस को पत्र लिखकर कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा है। पत्र में लिखा गया है कि उक्त कर्मचारी वर्ष 2020 से लेकर वर्ष 2023 तक कैशियर और अन्य पदों पर तैनात रह चुके हैं। इस मामले में अभी तक 4 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। वर्ष 2020 से वर्ष 2023 तक जमा राशि की हुई जांच। आरटीए विभाग के अनुसार वर्ष 2020 से लेकर वर्ष 2023 तक विभाग के कोषागार के कैशबुक, वाउचर और जमा राशि की जांच की गई तो धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। गाड़ियों का चालान हुआ तो जुर्माना भी लिया गया। उसका वाउचर भी बनाया। कैश बुक में एंट्री भी की गई, लेकिन उन पैसों को आरटीए विभाग के कोष में जमा नहीं करवाया गया। (Haryana News)
