(कश्मीर ठाकुर)- एसीसी बरमाणा में तालाबंदी को हुए 59 दिन का समय बीत चुका है। लेकिन यह तालाबंदी नहीं खुल पाई है। वहीं, अब बीडीटीएस बरमाणा के ट्रक ऑपरेटरों में रोष बढ़ता जा रहा है। लगातार आंदोलन उग्र होता जा रहा है। ऑपरेटरों ने आंदोलन के चलते शनिवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इसे ऑपरेटरों ने पक्का मोर्चा का नाम दिया है। वहीं, आंदोलन अब तब तक चलेगा जब तक एसीसी सीमेंट प्रबंधन, अडानी ग्रुप से चल रहा विवाद खत्म नहीं हो जाता है। पहले दिन क्रमिक अनशन में वार्ड नंबर एक से नयनादेवी से बाबूराम, शिव कुमार, धमेंद्र सिंह, गुलशन कुमार, राजेंद्र सिंह, गुरदेव सिंह, नसीब सिंह, ईश्वर सिंह क्रमिक अनशन पर बैठे। अब ट्रक ऑपरेटरों को यह आंदोलन लगातार चलेगा।
जानकारी के अनुसार बीडीटीएस बरमाणा की ओर जल्द ही सीमेंट सप्लाई बंद करने को लेकर बॉर्डर सील किए जा सकते हैं। इसके लिए बाकायदा बीडीटीएस की ओर से कमेटियां बनाई जाएंगी। यही नहीं अभी तक शुरूआती दौर में बीडीटीएस से संबद्ध ऑपरेटरों ने एसीसी, अंबूजा डिपो होल्डरों ने सीमेंट बेचना बंद कर दिया है। वहीं, इसके अलावा अन्य सीमेंट डिपो होल्डर भी ऑपरेटरों के पक्ष में आएंगे। वहीं, दूसरी ओर ऑपरेटरों की ओर से क्रमिक अनशन शुरू किया गया है। ऑपरेटरों का कहना है कि अडानी ग्रुप की ओर से ढुलाई किराये को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। अडानी ग्रुप की ओर से ढुलाई किराया बहुत ही कम बताया जा रहा है। जोकि ऑपरेटरों को मान्य नहीं है। जिसके चलते अब ऑपरेटरों ने हड़ताल शुरू कर दी है।
बीडीटीएस बरमाणा के ट्रक ऑपरेटरों को अब अल्ट्राटैक सीमेंट उद्योग की परिवहन सभाओं का समर्थन मिला है। वहीं, इन सभाओं ने ऑपरेटरों का भरपूर समर्थन करने की बात कही है। इसके लिए 12 फरवरी को बरमाणा में अल्ट्राटैक की विभिन्न सहकारी सभाओं की बैठक रखी गई है। जिसमें कई अहम निर्णय होंगे।
जानकारी के अनुसार शनिवार को बीडीटीएस बरमाणा में बीडीटीएस बरमाणा, जेपी परिवहन सहकारी सभा खारसी, रानीकोटला परिवहन सहकारी सभा, एक्ससर्विसमैन यूनियन बागा की बैठक का आयोजन किया गया। जेपी परिवहन सहकारी सभा खारसी के महासचिव दौलत राम ठाकुर, उप प्रधान धर्मपाल ठाकुर, रानीकोटला परिवहन सहकारी सभा के प्रधान प्रेम सिंह, एक्ससर्विसमैन बागा के प्रधान कैप्टन सुरेंद्र कुमार के अलावा बीडीटीएस बरमाणा के कार्यकारिणी सदस्य मौजूद रहे। करीब दो घंटे तक चली इस बैठक में विभिन्न मसलों पर चर्चा हुई। बैठक में निर्णय लिया गया है कि अल्ट्राटेक की बैनर तले जितनी भी सहकार सभाएं हैं, उनकी बैठक बरमाणा 12 फरवरी को होगी। इस बैठक में बीडीटीएस बरमाणा के ट्रक ऑपरेटर, अन्य ऑपरेटरों के साथ मिलकर आगामी रणनीति बनाएंगे।
उधर, बीडीटीएस बरमाणा ने निर्णय लिया है कि सभा के माध्यम से अडानी ग्रुप को ट्रांसपोर्टरों के नुकसान को लेकर नोटिस भेजा जाएगा। ताकि उसकी भरपाई भी हो सके। बताया जा रहा है कि अब तक ट्रक ऑपरेटरों को करीब 60 करोड़ तक का नुकसान हो चुका है।
बीडीटीएस सभा के चेयरमैन लेखराम वर्मा और पूर्व महासचिव शमशेर चंद गौतम ने कहा कि स्थानीय महिला मंडल, स्थानीय पंचायतें आंदोलन में शिरकत करें और राजनीति से उपर उठकर सभी संस्थाएं ट्रक ऑपरेटरों के आंदोलन में भाग लें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के समय ट्रासंपोर्टरों ने अपनी बेहतर सेवाएं आम जनता को दी हैं। जब जनता बुरे समय में थी तो ऑपरेटरों ने जनता का साथ दिया। खाना, दवाईयों के अलावा अन्य सुविधाएं प्रदान की गई हैं। लेकिन अब जब ट्रक ऑपरेटरों की रोजी रोटी पर संकट आ गया है तो सभी लोगों को एकजुट होकर आगे बढऩा होगा। उन्होंने सभी लोगों से आह्वान किया कि लोग आंदोलन में भाग लें।
पुलिस प्रशासन ने बढ़ाई चौकसी, नाके लगाए
बीडीटीएस ट्रक ऑपरेटरों द्वारा बॉर्डर सील करने को लेकर दी चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन भी सतर्क हो गया है। विभिन्न जगह पर अतिरिक्त पुलिस लगाई गई है। ताकि कोई भी घटना न घटे। वहीं, पुलिस प्रशासन की ओर से ट्रक ऑपरेटरों की हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है।