चण्डीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश को बेसहारा गोवंश से मुक्त प्रदेश बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 15 फरवरी से 29 फरवरी तक विशेष अभियान चलाकर लगभग 60 हजार बेसहारा गौवंशों को नजदीक की गौशालाओं में पहुंचाने के निर्देश दिए। इस अभियान का मुख्य उदेश्य राज्य की सडकों से बेसहारा गौवंश को गौशालाओं में पहुंचाना और सड़क दुर्घटनाओ से निजात दिलाना है। मनोहर लाल आज यहां राज्य में स्थापित की जाने वाली नई गौशालाओं के संबंध में आयोजित की गई एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस बैठक में पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जे.पी. दलाल भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों व गौसेवा आयोग के पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस अभियान के अंतर्गत बेसहारा गौवंश को गौशालाओं में पहुंचाने के कार्य को तेजी से किया जाए ताकि राज्य में गौवंश की सुरक्षा की जा सकें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिन पंचायतों द्वारा गौशाला स्थापित करने के प्रस्ताव आएं हैं, उन पर आगामी कार्यवाही की जाए। इसी प्रकार, मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे गांवों में गौचराण की भूमि चिन्हित करें और जिन गांवों में 10 एकड से अधिक की गौचराण की भूमि चिन्हित की जाती है तो उन गांव की पंचायतों से गौशाला स्थापित करने के लिए बातचीत की जाए। इस संबंध में एक कमेटी का भी गठन किया जाए जिसमें गौसेवा आयोग, विकास एवं पंचायत विभाग अन्य हितधारक विभागों के अधिकारियों को शामिल किया जाए।
मनोहर लाल ने गौसेवा आयोग के पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि गौशालाओं की क्षमता के अनुसार ही गौवंश रखे जाए। इसके अलावा, समय-समय पर गौशालाओं का निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि गौवंश को गौशालाओं में सही प्रकार से रखा जाये। बैठक में गौसेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने मुख्यमंत्री तथा पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जे.पी. दलाल को अवगत कराया कि पूरे प्रदेश में 10 जनवरी, 2024 से अब तक 8200 बेसहारा गौवंश को गौशालाओं में पहुंचाया गया है। इस बैठक में विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल मलिक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता, मुख्यमंत्री की अतिरिक्त प्रधान सचिव आशिमा बराड, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव भारत भूषण भारती, गौसेवा आयोग के वाईस चेयरमैन पूर्ण यादव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।