केलंग। लाहुल के अधिष्ठाता देव राजा घेपन तीन साल बाद प्रजा का हाल जानने के लिए शुक्रवार को घाटी के दौरे पर निकले। वीरवार को राजा घेपन के रथ को देवालय शाशन में रंग बिरंगे कपड़ों से सजाया गया। शुक्रवार को राजा घेपन देवी भोटी के साथ चंन्द्रा घाटी के अन्य देवताओं शुलिंग के मोगर देवता, रालिंग के ड्राबला, खले के लुंगखोरबल, ट्रिलिंग के शाल्वर, गोंदला के मेलनंग तेते, सकर के नागराजा के साथ महामिलन के लिए गुनचलिंग के क्यासंदोर मेले में जाएंगे। तीन दिवसीय मेले में लुंगखोरबल व मेलंग तेते को छोड़ कर अन्य सभी सात देवताओं के रथों को निश्चित स्थान पर लाया जाएगा। क्यासंदोर के दौरान सभी देवताओं के गुर व पुजारी भविष्यवाणियां भी करेंगे। क्यासंदोर के दौरान दो रातों में किसी को भी जाने व दर्शन करने की सख्त मनाही होगी। क्यासुमदोर के बाद राजा घेपन ओर देवी भोटी गोंदला, थोरंग तथा दलंग होते हुए मूलिंग की ओर परिक्रमा पर निकल जाएंगे जब कि अन्य देवी देवता अपने अपने देवालय लोट आएंगे।
