चरखी दादरी। हरियाणा की छोटी सरकार सरपंचों के पक्ष में अब खाप पंचायतें भी उतर आई हैं। दर्जनभर खापों ने मीटिंग करते हुए सरपंचों पर पंचकूला-चंडीगढ बार्डर पर पुलिस द्वारा की गई लाठीचार्ज की निंदा की। वहीं सरकार से सरपंचों पर दर्ज मुकदमों को खारिज करवाने की मांग उठाई। साथ ही चेतावनी भरे लहजे में निर्णय लिया कि जरूरत पड़ने पर महापंचायत बुलाकर सरपंचों के पक्ष में खाप पंचायतें कड़े फैसले भी ले सकती है।
चरखी दादरी के स्वामी दयाल धाम पर फौगाट खाप की अगुवाई मंे सर्वजातीय सर्वखाप प्रतिनिधियों की आपातकालीन मीटिंग का आयोजन किया गया। मीटिंग में फौगाट, श्योराण, सांगवान, पंवार, हवेली, सतगामा सहित दर्जनभर खापों के प्रतिनिधि पहुंचे। इस दौरान खाप प्रतिनिधियों ने सरपंचों पर हुई लाठीचार्ज व मुकदमे दर्ज करने पर कड़े शब्दों में निंदा की। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि गठबंधन सरकार प्रजातंत्र में लाठी या गोली चलवाकर जनता को व सरपंचों को दबाने की कोशिश कर रही है जो कि सरासर गलत है और इसे सर्वखाप कतई सहन नहीं करेगी। खाप पंचायतें पूरी तरह से सरपंचों की मांगों का समर्थन करती हैं। वहीं जरूरत पड़ने पर खाप पंचायत एकजुट होकर कड़े फैसले लेने पर मजबूर होंगी।
फौगाट खाप प्रधान बलवंत नंबरदार ने कहा कि छोटी सरकार की मांगे हैं जायज, लोकतांत्रिक आवाजों को दबाने नहीं देंगे। सरकार को चाहिए कि सरपंचों से बातचीत करके इस मसले को सुलझाए तथा सरपंचों पर जो मुकद्में बनाए गए है उन्हें तत्काल प्रभाव से खारिज किया जाए। कहा कि दादरी जिले की पंचायत खापें पूरी तरह से सरपंचों की मांगों का समर्थन करती हैं और जरूरत पड़ी तो सरपंचों के पक्ष में खापें एकजुट होकर कड़े फैसले भी ले सकती हैं।