लिपिक वर्ग एसोसिएशन के बाद अब सर्व कर्मचारी संघ ने भी हर विभाग के
लिपिकों को वेतनमान 35 हजार चार सौ रूपए किए जाने की मांग को लेकर सरकार
के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस मांग को लेकर बुधवार को सर्व कर्मचारी
संघ के बैनर तले झज्जर में रोष प्रदर्शन किया गया और सड़कों पर उतरकर
सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यहां राव तुलाराम चौक पर पहुंच कर
कर्मचारियों ने खट्टर सरकार का पुतला भी फूंका। इस दौरान कर्मचारियों ने
सरकार पर वायदाखिलाफी किए जाने का आरोप लगाया। कर्मचारियों का कहना था कि
भाजपा और जेजेपी दोनों ही पार्टियों ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में उनकी
मांग को शामिल किया था और सरकार आने पर पहली कलम से उनकी मांग को पूरा
किए जाने की बात कही थी। लेकिन सत्ता की चाबी हाथ में लगते ही उनकी मांग
को अनसुना कर दिया गया। उनका कहना था कि सरकार 2012 से उनकी मांग की
अनदेखी कर रही है। यहीं वजह है कि उन्हें अपने अधिकार के लिए अब सड़कों
पर उतरना पड़ा है।
मुकेश खरब, उपाध्यक्ष सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा
उनकी मांग 2012 से पेंडिंग है। लिपिक हर विभाग की रीड़ की हड्डी होता है।
लेकिन उसके बावजूद भी सरकार उनकी मांग की तरफ ध्यान नहीं दे रही है। यहीं
वजह है कि उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। तीन दिवसीय हड़ताल का
सरकार को पहले से ही नोटिस दे रखा था। 14 जुलाई तक यदि सरकार उनकी मांग
नहीं मानती है तो फिर उसके बाद उनका संगठन अनिश्चिकालीन हड़ताल की कॉल
देगा। कर्मचारी उसके बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएगें।
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