झज्जर, हरियाणा के शहर झज्जर के महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित श्रीराम शर्मा पार्क की निलामी कराए जाने का मामला तूल पकड़ गया है। रविवार को हुई पंचायत के बाद सोमवार को शहर के काफी लोग पंडित श्रीराम शर्मा के नाम से बने विवादित स्थल पर पहुंचे। हांलाकि इससे पहले वक्फ बोर्ड ने इस पार्क की निलामी को रद्द किए जाने का नोटिस जारी कर दिया था। लेकिन उसके बावजूद भी लोग यहां काफी संख्या में पार्क स्थल पर पहुंचे। यहां उन्होंने शासन और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। (Haryana News)
प्रमुख समाजसेवी नवीन जयहिंद यहां मुख्य तौर पर पहुंचे। उन्होंने पार्क की निलामी रद्द किए जाने को जनता की पहली जीत बताया और साथ ही शहर के लोगों को इस मामले में जागरूक रहने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि शहर के लोग यह कतई न समझे कि खतरा टल गया है। अभी भी इस बेशकीमती जमीन पर सत्ता से जुड़े भू माफिया की नजर है और वह कभी भ वक्फ बोर्ड और जिला प्रशासन के अधिकारियों से मिलकर इस पार्क को अंदरखाने दोबारा निलाम करा सकते है। सभी को इसके लिए जागरूक रहना चाहिए। उधर नवीन जयहिंद ने इस मामले में एक बार फिर से सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार यह अच्छी तरह से समझ ले कि यदि सरकार ने पार्क की तरफ एक नजर भी देखा तो यहां पड़े मलबे में सरकार दबी हुई दिखाई देगी।
उन्होंने पार्क की निलामी में सत्ता से जुड़े कई बड़े नेताओं और अधिकारियों के संलिप्त होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी तो कई बड़े चेहरे बेनकाब होंगें। उन्होंने कहा कि सरकार यदि इस मामले में पारदर्शी है तो सरकार को इस पूरे मामले की निश्पक्ष जांच करानी चाहिए ओर जो लोग दोषी है उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाहीं करनी चाहिए। नवीन जयहिंद ने कहा कि वह स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान के लिए लड्डू और लट़्ठ दोनों खाने को तैयार है। (Haryana News)
उन्होंने यहा मौजूद लोगों के साथ पार्क के मलबे से ईंटें उठवाकर दोबारा से पार्क निर्माण की नींव रखी। इसी मामले में नगरपरिषद के पूर्व वाईस चेयरमैन प्रवीण गर्ग उर्फ बोबी ने कहा कि पंडित श्रीराम शर्मा ने अंग्रेजों के साथ लड़ाई लड़ी और टाऊन हॉल पर झंडा फहराया। आज पार्क को छोटा करने से उनकी आत्मा भी रो रही होगी। लेकिन सीएम साहब ने इस बारे में संज्ञान लेकर फिलहाल निलामी को रूकवाया है। झज्जर जिला परिषद के चेयरमैन कप्तान बिरधाना ने कहा कि यह निलामी न होकर एक तरह से बीड़ ओपन होनी थी। जो फिलहाल पोस्टपोन की गई है। रद्द नहीं की गई है। मामले की जांच होनी चाहिए।