आंगनबाड़ी वर्कर्स ने झज्जर लघु सचिवालय परिसर में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए हरियाणा सरकार को आंगनवाड़ी वर्कर्स महिलाओं ने हरियाणा सरकार को आने वाले 2024 की भी चेतावनी दी है समय रहते सरकार कर्मचारियों की मांगों को करें पूरा नहीं तो वोट की चोट से देंगे जवाब इसके अलावा अपनी चिरपरिचित चार सूत्रीय मांगों को लेकर भारतीय मजदूर संघ ने भी प्रदर्शन कर जिला उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर इन्हें जल्द पूरा करने की अपील की।
आंगनबाड़ी वर्कर्स ने कहा कि सरकार लगातार उनके साथ भेदभाव बरत रही है। पहले जहां बाल वाटिका खोलकर आंगनबाड़ी वर्कर्स में नियुक्तियां की गई। उसके बाद प्ले स्कूल के नाम पर भी शिक्षकों को हटाया गया। ऐसे में आशा वर्करों का जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री व नेता आंगनवाड़ी वर्कर्स के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करते हैं ऐसे में जब सरकार के नुमाइंदे ही ऐसी बात करेंगे तो आम जनता के सामने उनकी क्या कीमत रह जाएगी।
भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारियों के अनुसार विगत 7 अप्रेल से 9 अप्रेल 2023 तक पटना में भारतीय मजदूर संघ का त्रिवार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ था जिसमें चार प्रस्ताव पारित किए गए थे और निर्णय लिए गया था कि 26 अप्रेल को सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर इन्हें पारित करने की अपील की जाएगी। इसी कड़ी में आज रेवाडी में भी जिला उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सोंपा गया।
सामाजिक सुरक्षा, ठेकाप्रथा को समाप्त करना,राष्ट्रीय श्रम नीति बनाना और न्यूनतम मजदूरी की जगह जीविका मजदूरी तय करना आदि इनकी मुख्य मांगे हैं।