जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के पक्ष में प्रदेश भर के अखाड़ा संचालक भी आ गए हैं। अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दीपक पुनिया और बजरंग पुनिया को कुश्ती के दांव पेच सिखाने वाले कोच वीरेंद्र आर्य भी कई अन्य अखाड़ा संचालकों के साथ दिल्ली के जंतर मंतर की ओर रवाना हुए। कोच वीरेंद्र आर्य का कहना है कि अखाड़ा संचालक खिलाड़ियों के साथ हैं। यह आखरी लड़ाई है, हम पहलवानों के साथ हैं और जंतर मंतर पर ही धरने पर बैठे रहेंगे। जब तक पहलवानों को न्याय नहीं मिल जाता।
वीरेंद्र आर्य ना सिर्फ अखाड़ा चलाते हैं। बल्कि वह हरियाणा कुश्ती संघ के झज्जर जिले के प्रधान भी हैं। उनका कहना है कि सरकार ने पहलवानों के साथ धोखा किया है। अगर सरकार चाहती तो यह विवाद सुलझ सकता था। कोच वीरेंद्र आर्य के साथ हिसार जिले के अखाड़ा संचालक संजीव आर्य ने भी तमाम पहलवानों के साथ तन मन धन से साथ रहने की बात कही है। उनका कहना है कि हरियाणा की बेटियों और खिलाड़ियों के साथ अन्याय हुआ है। वह आखरी सांस तक अपने खिलाड़ियों को न्याय दिलवाने के लिए साथ खड़े रहेंगे।
बहरहाल जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों को अखाड़ा संचालकों, खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों और दूसरे अन्य खेलों के खिलाड़ियों का भी साथ मिल रहा हैं। वहीं कल सुप्रीम कोर्ट में भी मामले की सुनवाई होनी है। अब देखना होगा कि पहलवानों की यह मुहिम आगे किस तरीके का रंग दिखाती है।