Arunachal: पड़ोसी देश चीन के साथ पिछले दिनों पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सालों से चला आ रहा विवाद सुलझ गया है। अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने अरुणाचल प्रदेश के सीमाई इलाके तवांग में दिवाली मनाने का फैसला किया है। इसके लिए वे अरुणाचल प्रदेश के तवांग के लिए रवाना हो गए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘अरुणाचल प्रदेश की दो दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली से तवांग के लिए रवाना हो रहा हूं। सशस्त्र बलों के कर्मियों के साथ बातचीत करने और बहादुर भारतीय सेना अधिकारी मेजर रालेंगनाओ बॉब खातिंग को समर्पित एक संग्रहालय के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं।’
बता दें, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय वायुसेना की वायु वीर विजेता कार रैली को हरी झंडी दिखाएंगे। यह रैली भारतीय वायुसेना की 92वीं वर्षगांठ और 1999 के कारगिल युद्ध में भारत की जीत के 25 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित की जाती है। इसका उद्देश्य युद्ध और बचाव अभियानों में भारतीय वायुसेना के गौरवशाली इतिहास और वीरता के बारे में जागरूकता बढ़ाना और युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित करना है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इससे पहले अक्तूबर 2023 में भी तवांग गए थे। उस दौरान उन्होंने सैनिकों के साथ शस्त्र पूजा की थी। रक्षा मंत्रा ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात सैनिकों के साथ बातचीत की थी और दशहरा का उत्सव मनाया था। इससे पहले उसी साल लेह में उन्होंने सेना के जवानों के साथ होली का त्योहार मनाया था। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सीमा पर तैनात जवानों के साथ उत्सव मनाते रहे हैं।
तवांग सेक्टर में साल 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान चीनी पक्ष की ओर से पहली बार तोप से गोले दागे गए थे। बता दें कि दिसंबर 2022 में अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) चीन की सेना से झड़प भी हुई थी। तवांग में 50 हजार से ज्यादा लोग रहते हैं। चीन इसे छोटा तिब्बत कहता है। इस क्षेत्र को लेकर चीन अक्सर ही बखेड़ा खड़ा करता रहता है।