(मुकेश राजपूत)- सूरजकुंड मेले में वेस्ट बंगाल से आए शिल्पकार आशीष अपनी कला से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं वह अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी है जो इस हस्तशिल्प कला को आगे बढ़ा रहे हैं साल में केवल बरसात के मौसम में होने वाले सोलापिथ पौधे की तने की छाल प्रतिमा तैयार कर रहे हैं जिसको लेकर उन्हें नेशनल स्तर पर हस्थ शिल्पी अवार्ड भी मिल चुका है।
उनके दादा को भी यही अवार्ड मिला था और उनके बेटा भी स्टेट लेवल पर अवार्ड जीत चुके हैं आशीष ने बताया कि वह साल में पानी में होने वाले इस पौधे को इकट्ठा करते हैं जिसके बाद वह पूरे साल इसी से प्रतिमा तैयार करते हैं उन्होंने कहा कि यह बेहद बारीकी का काम है और इसमें केवल वह चाकू के सहारे बारीकी से छाल को उतारते हैं।