प्रदेश में पहली मार्च से जारी वर्षा-हिमपात ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। जनजातीय क्षेत्रों में यातायात सहित बिजली-पानी की आपूर्ति बाधित है। वर्षा-हिमपात के साथ आंधी चलने से ठंड बढ़ गई है। लाहुल-स्पीति, किन्नौर व शिमला जिलों में हिमस्खलन के कारण दुकानें क्षतिग्रस्त हुईं, हालाकि जानी नुकसान नहीं हुआ है। किन्नौर के कड़छम हेलीपेड के समीप हिमस्खलन से दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं। लाहुल-स्पीति में कई स्थानों पर हिमस्खलन होने से तिन्दी, उदयपुर व जहालमा के समीप चिनाब का बहाव रुक गया है।
प्रदेश में पांच एनएच सहित 652 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। 1749 ट्रांसफार्मर खराब होने से बिजली आपूर्ति बाधित है।भूस्खलन के कारण चंबा-तीसा मार्ग भी रविवार को दिनभर बंद रहा। चंबा-भरमौर एनएच दो दिन से बंद है। चंबा के चुराह में रविवार को बिजली गिरने से एक व्यक्ति बेहोश हो गया।
लाहुल स्पीति में घाटी में 48 घंटों से बिजली गुल है। हिमपात के कारण सभी सपंर्क और मुख्य सड़क मार्ग बंद हैं। उधर, बीआरओ 70 और 94 आरसीसी ने बदले मौसम के बीच सड़कों से बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है। उपायुक्त लाहुल स्पीति राहुल कुमार ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में उच्च तीव्रता के हिमस्खलन की आशंका जताई गई है। लोगों को एक गांव से दूसरे गांव तक तरफ सफर न करने की हिदायत जारी की गई है।
जिला पुलिस प्रशासन ने सभी से आग्रह किया है कि जोबरांग, रापे, जसरथ, तड़ंग, थिरोट आदि गांव के ग्रामीण सावधानी बरतें। सात तक राहत की आस नहींमौसम विभाग ने सात मार्च तक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहने का अनुमान लगाया है। इस दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर आंधी के साथ वर्षा और ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात की आशंका है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में तीन से छह डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।