मंडी जिला के अराध्य बड़ादेव कमरूनाग मझोठी रविवार को 24 दिनों बाद अपनी कोठी में पहुंच गए हैं। इस दौरान देव कमरूनाग मझोठी के सुरजपख्खे ने 5 दिवसीय राज्यस्तरीय सुकेत देवता मेले के साथ 100 से 120 श्रधालुओं के घर में आतिथ्य स्वीकार किया गया। वहीं इस वर्ष सुकेत देवता मेला के दौरे के दौरान देव कमरूनाग को लगभग 10 से 12 लाख रुपयों का चढ़ावा चढ़ा है। रविवार को ग्राम पंचायत रोहांडा के मझोठी स्थित देव कमरूनाग भंडार में देवता के सुरजपख्खे का विधिवत रूप में पूजन कर देव कार्य को गुर मुनी लाल द्वारा संपन्न करवाया गया। इसके उपरांत नियमानुसार बड़ादेव कमरूनाग के सुरजपख्खे को मझोठी कोठी के भंडार में विराजमान कर दिया गया है। जानकारी देते देव कमरूनाग कमेटी मझोठी के सचिव दुनी चंद ठाकुर ने कहा कि बड़ादेव कमरूनाग बीते 24 मार्च को ग्राम पंचायत रोहांडा के मझोठी स्थित भंडार से राज्यस्तरीय सुकेत देवता मेले में शिरकत करने के लिज प्रस्थान किया था। उन्होंने कहा कि देव कमरूनाग ने अपने दौरे के दौरान लगभग 100 से 120 श्रधालुओं के घरों में आतिथ्य स्वीकार किया। इसके साथ देव कमरूनाग ने अपने दौरे के दौरान इस वर्ष लगभग 10 से 12 लाख रुपए की राशि देव कमरूनाग को श्रधालुओं द्वारा अर्पित की गई है। राशि के साथ श्रद्धालुओं ने मान्यतानुसार धातु भी देवता को अर्पण की गई है। दुनी चंद ठाकुर ने कहा कि इस धनराशि का मंदिर में होने वाले कार्य और पवित्र झील की सफाई सहित अन्य विकास कार्यों में खर्च किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देववाणी के अनुसार आने वाला वर्ष खुशहाली भरा होगा और जिन लोगों के घर इस वर्ष देव कमरूनाग पहुंच नहीं पाए हैं। उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है, अगले वर्ष उनके घर में देव कमरूनाग आथित्य स्वीकार करेंगे।
