मुख्यमंत्री भगवंत मान की नई शुरू की गई भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन
पर प्राप्त शिकायत के आधार पर पहली गिरफ्तारी हुई है। तहसीलदार कार्यालय के एक लिपिक को गिरफ्तार किया गया है।
23 मार्च को हेल्पलाइन ‘9501200200’ शुरू होने के बाद इस तरह की यह पहली गिरफ्तारी है।
कल दर्ज कराई गई शिकायत में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि
तहसीलदार -1 कार्यालय में एक महिला लिपिक ने नौकरी दिलाने के लिए 4.80 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
गुरुवार को दर्ज एक शिकायत में आरोप लगाया गया है
कि तहसीलदार -1 कार्यालय में क्लर्क ने नौकरी दिलाने के लिए 4.80 लाख रुपये रिश्वत लिए।
क्लर्क मीणा ने कथित तौर पर एक साल में 4.80 लाख रुपये स्वीकार किए।
ज्यादातर पैसे उसके खातों में ट्रांसफर किए गए, जबकि 1 लाख रुपये नकद में दिए गए।
क्लर्क, जो दो महीने की गर्भवती है, को चेक-अप के बाद हिरासत में ले लिया गया।
बाद में उन्हें निलंबन के तहत रखा गया था।
निगरानी विभाग के अधिकारियों ने आज कहा कि सत्यापन के बाद शिकायत सही पाई गई।
विभाग द्वारा विस्तृत जांच के बाद बीती रात महिला को गिरफ्तार कर लिया गया।
क्लर्क मीणा ने कथित तौर पर शिकायतकर्ता से लगभग एक साल की अवधि में 4.80 लाख रुपये लिए थे।
सूत्रों ने कहा कि शिकायतकर्ता को उसकी बेटी के लिए लुधियाना में नौकरी देने का वादा किया गया था।