सिद्धू मूसेवाले की हत्या के बाद संवेदना व्यक्त करने के लिए बहुत सारे गीत सुनने में आ रहे हैं। परंतु हाल ही में रिलीज हुए एक गाने ने हृदय को झकझोर दिया। चंडीगढ़ से संबंध रखने वाले राष्ट्रीय कवि डॉ अनीश गर्ग के कलमबद्ध गीत को अपनी खूबसूरत आवाज़ में गाया है रॉबी दिलवान ने, जो भारतीय सेना में सूबेदार हैं। कलम की बानगी ऐसी है कि सुनते ही भीतर तक मूसेवाले की नृशंस हत्या और उसके मां-बाप की वेदना का अनुभव होता है।
गाने की पहली पंक्तियां भीतर तक झिंझोड़ डालती हैं “गोली पुत्त दे नहीं सी मारी… गोली मार दे सीने विच सी उतारी” और अगली पंक्तियों में एक मां अपने बेटे की शादी के ख्वाब संजो कर बैठी है और इस दुखद घटना के बाद उसे अपने मृत बेटे के सिर पर सेहरा बांधना पड़ता है। यह पंक्तियां,”तेरी जंझ दी तैयारी सी… मैं कढी फुलकारी सी… सेहरा बन दी रोवां वे… किथे जाके खो गया वे”