अराजपत्रित कर्मचारी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल दास वर्मा कर रहे अनाप शनाप बयानबाजी। वो कहाँ ने नेता है रजा ये बताए। गिरगिट की तरह रंग बदलते है। यह बात नाहन में आयोजित पत्रकार वार्ता में जिला अराजपत्रित कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने कही। संघ ने कहाँ कि नाहन में पिछले कल गोपाल दास वर्मा ने पत्रकारवार्ता में अपनी मर्यादाओ क़ो भूल गए है। संघ ने कहाँ कि उनका काम ही यही है। 1984 में वो कांग्रेस के साथ थे, उसके बाद प्रेम कुमार धूमल के गुण गाने लग गए। उन्होंने कहा कि जो भी सरकार आती है वो उसी के गुण गान करते रहे है। हार बार वो रंग बदलते रहते है। कर्मचारियों की आवाज क्या बुलंद करेंगे।
वीओ:- जिला अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष राजेंद्र बब्बी ने कहा कि गोपाल दास वर्मा अन घड़ँत बाते करते है। उन्हें कुछ नहीं पता है, गिरगिट की तरह रंग बदलते है।उन्होंने कहा की कभी वो कांग्रेस के खिलाफ बोलते है तो कभी बीजेपी के खिलाफ। किसी भी संस्था के कुछ भी नहीं है। वो स्वंभू नेता है। बब्बी ने कहाँ कि गोपाल दास बताए कि वो कहाँ के नेता है, कहाँ रजिस्टर है। अकेले घूम का अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे है। ना कोई अन्य सदस्य है और ना ही कोई पदाधिकारी। उन्होंने कहाँ अगर वो 17 अगस्त क़ो नाहन आएंगे तो उनका घेराव किया जाएगा। उनसे पूछा जाएगा कि वो कहाँ के नेता है। कहाँ पर रजिस्टर है। उन्होंने बताया कि 8 अगस्त क़ो प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एनपीएस की बैठक बुलाई है। उसमे हमारे नेता शामिल होंगे।