विवादास्पद अग्निपथ योजना को बिना कुछ सोचे समझे लागू करने के विरोध में आज पंजाब राजभवन की ओर अपना मार्च शुरू किया. चंडीगढ़ के अध्यक्ष एच एस लकी के नेतृत्व में नारेबाजी करते और भाजपा विरोधी तख्तियां लेकर पंजाब राजभवन की ओर कूच करते सैंकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को कुछ दूर चलने पर ही पुलिस ने बैरिकेड्ज़ लगा कर रोक लिया. जब कार्यकर्ता बैरीकेडिंग को पार करने की कोशिश कर रहे थे तब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और पहले से वहाँ खडी बसों में उन्हे भर कर सैक्टर 19 पुलिस स्टेशन ले गयी .
इस अवसर पर बोलते हुए पार्टी की स्थानीय इकाई के अध्यक्ष एच. एस. लकी ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा की जा रही अपनी अन्धाधुन्ध पब्लिसिटी और दूसरी गैर ज़रूरी मदों पर भारी फिजूल खर्ची तथा गरीबों की जेब से पैसा निकाल कर अमीरों के खजाने भरने की जन विरोधी नीतियां ही कीमतों में हो रही अभूतपूर्व वृद्धि का कारण है. इसके अलावा मोदी सरकार और भाजपा पूरी तरह से तानाशाही नीतियां अपनाए हुए हैं जो किसी भी असहमति की आवाज को कचलने के लिए अपने भारी बहुमत और केन्द्रीय एजेन्सियों का दुरूपयोग कर भारत में लोकतंत्र की जड़े खोखली कर रही हैं. पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में घोषणा की कि वे मोदी सरकार का तब तक सड़कों पर विरोध करते रहेंगे जब तक कि वह अपनी संविधान विरोधी, तानाशाही और विभाजनकारी नीतियों पर रोक नहीं लगाती.
पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की ऐसी जन विरोधी नीतियों के कारण ही दुनिया में कुपोषण का सामना कर लिए 116 देशों में से भारत पहले ही 101वें स्थान पर आ चुका है. उन्होंने कहा कि सामान्य ज्ञान रखने वाला कोई आम इन्सान भी समझ सकता है कि दूध और दुग्ध उत्पादों की कीमतों में वृद्धि छोटे बच्चों और शिशुओं के स्वास्थ्य को और भी ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाली है, पर मोदी सरकार को यह छोटी सी बात भी समझ नहीं आती.
4 साल के अनुबंध पर रक्षा बलों में कर्मियों की भर्ती के लिए हाल ही में शुरू की गई अग्निपथ योजना की आलोचना करते हुए, चंडीगढ़ कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि बगैर सोचे समझे लाई यह योजना में राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है, क्योंकि सरकार ने इस योजना के तहत बरसों से चली आ रही सुरक्षा बलों की भर्ती और ट्रेनिंग प्रक्रिया को बड़े अजीब तरीके से बदल दिया है, जिसके बड़े खतरनाक परिणाम हो सकते हैं. चण्डीगढ़ काग्रेंस ने मोदी सरकार से देश हित में अग्निपथ स्कीम को तुरंत वापस लेने की मांग की.
औरों के अलावा मार्च में भाग लेने वालों में प्रवीण नारंग, धर्म वीर, सुरजीत ढिल्लों, ओपी वर्मा, दीपा दूबे, लेखपाल, दिलावर, विनोद शर्मा, सोनिया, मोहम्मद सुलेमान, ज़ाइद परवेज़ खान, अनवार उल हक, सुखविन्दर सिहं, जिला व ब्लॉक काग्रेंस कमेटियों, महिला काग्रेंस, सेवा दल, इन्टक के पदाधिकारी भी शामिल थे.