जाने-माने गज़ल गायक व बॉलीवुड सिंगर पंकज उधास ने दुनिया को आज अलविदा कह दिया। गायक के निधन की जानकारी खुद उनकी बेटी नायाब ने सोशल मीडिया पर दी है। पंकज उधास पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे।
लंबी बीमारी के चलते 73 साल की उम्र में उनका आज निधन हो गया। शुरुआती दौर में -घुंघरू टूट गए’ जैसे लोकप्रिय गीत और ‘निकलो ना बेनकाब, ज़माना खराब है’ जैसी गज़ल से मशहूर हुए पंकज को सबसे बड़ी शोहरत 1986 में रिलीज हुई महेश भट्ट की फिल्म नाम के सुपर हिट गीत ‘चिट्ठी आई है’ से मिली थी।
इसके बाद साजन फिल्म में उनके गीत जियें तो जियें कैसे बिन आपके भी सुपरहिट हुआ। इसके अलावा भी पंकज ने कई गजलों को अपनी आवाज दी जिनमें ‘ये दिल्लगी’, ‘फिर तेरी कहानी याद आई’, ‘चले तो कट ही जाएगा’ और ‘तेरे बिन’ शामिल हैं।
पंकज उधास के निधन की खबर के सामने आते ही म्यूजिक इंडस्ट्री में गम का माहौल है। सोशल मीडिया पर फिल्मी हस्तियों समेत पंकज के लाखों-करोड़ों फैन्स उन्हें नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
पंकज उधास की सिंगर की बेटी ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि “बहुत भारी मन से, हम आपको लंबी बीमारी के चलते 26 फरवरी 2024 को पद्मश्री पंकज उधास के दुखद निधन की जानकारी देते हुए दुखी हैं।”
जानकारी के मुताबिक पंकज उधास की मौत आज सुबह 11 बजे मुंबई में हुई। पिछले कुछ समय से वे मुंबई के ब्रीच क्रैंडी अस्पताल में भर्ती थे। इसी अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। जानकारी के मुताबिक पंकज उधास को कुछ महीने पहले कैंसर डिटेक्ट हुआ था और वो पिछले कुछ महीने से किसी से मिल नहीं रहे थे। उनका अंतिम संस्कार कल मुंबई में किया जाएगा।