बरवाला से पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि मौजूदा सरकार पिछड़ा वर्ग के हक छीन रही है।पिछड़ा वर्ग पर क्रीमीलेयर की तलवार लटका कर उसके अधिकारों का हनन किया जा रहा है। पिछड़ा वर्ग के अधिकारों की आवाज बुलंद करने के लिए 22 मई को कैथल में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
सम्मेलन पूरी तरीके से गैर राजनीतिक है और इसमें किसी भी राजनीतिक पार्टी का कोई बड़ा नेता नहीं बुलाया गया है। पिछड़ा वर्ग के नेता ही पिछड़ा वर्ग की बात करेंगे।
कैथल पहुंचे घोड़ेला ने कहा कि पिछड़ा वर्ग की सरकार से मांग है कि क्रीमीलेयर की सीमा 6 लाख से बढ़ाकर फिर से आठ लाख की जाए। इसमें छोटे दुकानदार, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों का वेतन शामिल नहीं होना चाहिए। उन्होंने पिछड़ा वर्ग की जातीय जनगणना करवाने की भी मांगी की। पूर्व विधायक ने पिछड़ा वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण देने व नौकरियों में बैकलाग भरने की मांग उठाई।
उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग के स्कूली बच्चों को वजीफा मिलने में दिक्कत आ रही है। सरकार छात्रों का वजीफा 50 से बढ़ाकर 100 रुपये तथा 600 रुपये से बढ़ाकर 1200 रुपये करे। इसके अलावा वजीफा मिलने में आने वाली दिक्कतों का समाधान चंडीगढ़ की बजाय स्थानीय स्तर पर हो। घोड़ेला ने कहा कि हुड्डा सरकार ने एससी, बीसी को 100-100 गज के प्लाट दिए थे लेकिन भाजपा सरकार ने पिछड़ा वर्ग को एक इंच जगह भी नहीं दी। कौशल रोजगार निगम में हो रही भर्तियों में भी पिछड़ा वर्ग को आरक्षण नहीं दिया जा रहा है जोकि असंवैधानिक है। घोड़ेला ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर पिछड़ा समाज की मांगें नहीं मानी गई तो दिसंबर में हिसार में एक बड़ी रैली होगी। जिसमें विपक्ष के सभी बड़े नेता शामिल होंगे।
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत पर पूर्व विधायक घोड़ेला ने कहा कि कर्नाटक में जनता ने भाजपा की नीतियों को नकार दिया है। कांग्रेस की इस जीत का असर हरियाणा पर भी पड़ेगा।