-कमलेश भारतीय
क्या कमाल की चीज़ है यह सीबीआई भी ! होश उड़ा देती है ऐसी कार्यवाही ! क्या ट्यूनिंग है इसकी क्रिकेटर की तरह ! ऐन मौके पर चौका ! आपको याद होंगे सीबीआई चीफ एक खूबसूरत से सरदार जी । एक युवा प्रधानमंत्री पर बोफोर्स केस में दलाली के इल्जाम लगे थे और ये सीबीआई चीफ स्विट्जरलैंड तक पहुंच गये अंर बड़े बड़े बक्सों में पता नहीं कितने कितने टन दस्तावेज लेकर आये लेकिन हुआ क्या ? बोफोर्स से हमारे सदी के महानायक बुरी तरह डर गये और अपनी सांसदी से ऐसा इस्तीफा दिया कि फिर कभी राजनीति की ओर मुंह नहीं किया । हां , इतना जरूर कह गये कि वे तो राजा हैं और हम रंक और आजकल नयी तरह से राजनीति कर रहे हैं -ब्रांड एम्बेसडर बन कर ! देश सेवा की देश सेवा और ये नजदीकियां ब्रांड एम्बेसेडर के सहारे !
सीबीआई को आज का सबसे बड़ा राजनीतिक दल एक समय केंद्र का तोता कहकर बदनाम कर रहा था लेकिन जैसे ही सत्ता मिली , इसी तोते को खुलकर काम करने का मौका दे दिया । अब जैसे ही कोई विपक्षी नेता सरकार के खिलाफ कुछ बोलता है , सीबीआई तुरंत उसके द्वार पहुंच जाती है । दिल्ली के नेता को कैसे दबोच लिया ? अब उससे भी बड़े नेता की बारी है । यह सीबीआई नाम का तोता इतना चमत्कारी है जैसे किसी ज्योतिषी का तोता हो । अपने आका के मन की बात फटाफट समझ जाता है और दौड़कर उसी विपक्षी नेता के घर जा पहुंचता है , जो आका के मन की बात के खिलाफ बोलता है । यह तोता बहुत समझदार होता जा रहा है । इसकी समझदारी के क्या कहने ! पता नहीं इसे च्यवन प्राश खाने को दिया जा रहा है या कोई और कम्प्लेन जैसा टाॅनिक ! जिषे पीकर यह तोता कहते है-आई एम आका ब्बाॅय ! सीबीआई की धमक से ही कितने विपक्षी नेताओं की चाल बदल जाती है और वे फट से पाला बदल कर सत्ताधारी पार्टी में आकर ठुमके लगाने लगते हैं !
मारा छापा बदल गयी चाल मितवा ! देखो देखो जी सीबीआई का कमाल मितवा !
इन दिनों सीबीआई दौड़ी दौड़ी जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल के घर पहुंची गयी है क्योंकि ये पूर्व राज्यपाल महोदय अपने मन की बात करने और कहने लगे हैं । कभी पुलवामा अटैक पर तो कभी महिला खिलाड़ियों के धरने पर ! यह कोई बात हुई ! आप मन की बात सुनो , अपने मन की बात अपने मन में ही रख लो ! मन की मन में ही रखो भाई ! यदि नहीं तो सीबीआई आई ! आई रे आई !
सच सीबीआई ! तू चीज़ बड़ी है मस्त मस्त !
