चंडीगढ़।
चंडीगढ़ महिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपा दुबे ने पेड पार्किग के मामले में सांसद किरण खेर और बीजेपी प्रधान अरुण सूद को घेरा है।
उन्होंने तंज कसते हुए आरोप लगाया कि वर्ष 2019 सितंबर को जोन-1 और जोन-2 के पेड पार्किंग के प्रस्ताव को सांसद मोहदया और उस समय पार्षदों की पार्किंग कमेटी के चेयरमैन रहे सूद की जुगलबंदी में स्मार्ट पार्किंग के सपने दिखाकर इस प्रस्ताव पारित कराया गया था। महिला अध्यक्षा ने सवाल उठाया कि जिस प्रस्ताव में बड़े बड़े लुभावने स्मार्ट फीचर के दावे किए गए थे अब वे कहां हवा-हवाई हो गए ? स्मार्ट फीचर की बात तो दूर आए दिन जांच में नए नए खुलासे हो रहे हैं। नगर सांसद जो कि निगम सदन की एक्स ऑफिसियओ मेंबर है अब चुप्पी को धारण किए हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि उस बैठक के बाद सांसद ने फिर कभी कोई अगली मीटिंग अटेंड ही नहीं की। हैरानी की बात यह है कि सांसद ने वर्ष 2020 और 2022 और 2023 के मेयर चुनाव में वोट जरूर डाला। उनका कहना है कि क्या सिर्फ मेयर चुनाव में वोट डालकर ही उनकी जिम्मेवारी पूरी हो जाती है ? उनका आरोप है कि सांसद को शायद विपक्ष के भय है कि वह सदन बैठक से परहेज करती है। उनका मानना है कि पार्किंग के वर्तमान विवाद की नींव तो तभी रखी जा चुकी थी जब यह विवादित एजेंडा पारित किया गया था। उनका आरोप है कि प्रस्ताव को बिना परख के बहुमत का फायदा उठाकर बीजेपी ने पारित करा दिया और अब नतीजा सबके सामने हैं। उन्होंने उस समय के सदन बैठक के मिनिट्स भीं उजागर किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि तब भी कांग्रेस ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था। उनका कहना था कि स्मार्ट पार्किंग का यह मलतब नहीं कि अनुबंध के तहत घंटों की वाहन पार्क की वसूली और हर वर्ष पार्किंग शुक्ल में बढ़ौतरी की जाएं। उन्होंने तंज कसा कि बीजेपी तो वर्ष 2016-17 से ही स्मार्ट पार्किंग के सब्ज बाग दिखाती आ रही है। पूर्ण बहुमत होते हुए भी इनके दल के ही पार्षद इतने वर्षो में सदन बैठक में एकदूसरे से बहसते और तकरार करते दिखाई दे जाते हैं। शहर की जनता काफी समझदार है, जो सब जानती है और सब समझती है।
