जीरकपुर : संदीप सिंह बावा
विजिलेंस ब्यूरो मोहाली ने आय से अधिक संपत्ति बनाने के आरोप में गिरफ्तार नगर परिषद जीरकपुर के ईओ गिरीश वर्मा के खिलाफ स्थानीय अदालत में वीरवार को चार्जशीट दायर कर दी है। विजिलेंस ने वर्मा पर कैश, गोल्ड और विदेशी दौरों दौरान कथित रूप से 15 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित करने के आरोप में मामला दर्ज किया था। हालांकि गिरीश वर्मा की प्रोपर्टी की कुल कीमत 250 करोड़ रुपये बताई जा रही है। विजिलेंस ने 33 गवाहों के साथ 3433 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दायर की है। विजिलेंस ने संपत्तियों को सूचीबद्ध करते हुए अपने आरोप पत्र में आरोप लगाया था कि उसके चंडीगढ़, पंचकूला, जीरकपुर और डेराबस्सी में शोरूम हैं। उनके अलावा प्रोपर्टी उसकी पत्नी संगीता वर्मा और बेटे विकास वर्मा के नाम पर भी हैं। गिरीश ने अपने बेटे के नाम पर दो डेवलपर फर्मों में 1.32 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
विजिलेंस ने चार्जशीट में यह भी उल्लेख किया है कि उनकी टीम अन्य व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच करेगी जिन्होंने गिरीश वर्मा के परिवार के सदस्यों के खातों में बड़ी मात्रा में रकम ट्रांसफर की थी। इसके अलावा आगे की जांच के दौरान विजिलेंस ब्यूरो आरोपित की ओर से इक्ट्ठी की गई वह संपत्ति जिसके बारे में उसने जिक्र नहीं किया का पता लगाएगी और उसके सरकारी अधिकारियों व व्यवसायियों के साथ संबंधों का पता लगाएगी। ताकि आरोपित की ओर से अपनी पोस्टिंग के दौरान किए गए निवेश की गंभीरता से जांच हो सके।
विजिलेंस ब्यूरो ने और खुलासा करते हुए कहा कि विजिलेंस ब्यूरो उक्त आरोपितों की चल और अचल प्रोपर्टी की जांच के लिए एक अप्रैल 2008 से 31 मार्च 2021 तक का चैक पीरियड निश्चित किया है और यह सामने आया है कि इस अधिकारी ने 10 लाख रुपये की आमदन प्राप्त की है। इस समय दौरान उसके आने वाले सभी जान पहचान स्रोतों से 15,11,15,448 रुपये खर्च किए गए। इस प्रकार यह पाया गया कि उसने 7,15,39,352 रुपये से अधिक खर्च किए जो उसकी आय का 89.90 प्रतिशत अधिक है और भ्रष्टाचार के माध्यम से प्रोपर्टी बनाई है। इस जांच के आधार पर विजिलेंस ब्यूरो ने गिरीश वर्मा पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 13(1)(बी), 13(2) के तहत विजिलेंस ब्यूरो पुलिस थाना मोहाली में मामला दर्जकिया था।